किडनी को बर्बाद करती हैं ये गलतियां, अभी जान लें वरना पछताएंगे!

हमारी किडनी शरीर का एक अनमोल अंग है, जो खून को साफ करने और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने का महत्वपूर्ण काम करती है। लेकिन रोज़मर्रा की कुछ गलत आदतें इसे चुपके-चुपके नुकसान पहुंचा सकती हैं। अगर आप अपनी किडनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो इन गलतियों से बचना ज़रूरी है। आइए, जानते हैं कि कौन-सी आदतें बन सकती हैं खतरे की घंटी और कैसे रखें अपनी किडनी को सुरक्षित।
पानी की कमी: किडनी का सबसे बड़ा दुश्मन
शरीर को हाइड्रेट रखना किडनी के लिए बेहद ज़रूरी है। अगर आप दिनभर में पर्याप्त पानी नहीं पीते, तो किडनी को अपशिष्ट पदार्थ निकालने में दिक्कत होती है। इससे किडनी में पथरी या इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। रोज़ाना 8-10 गिलास पानी पीने की आदत डालें, खासकर गर्मियों में। यह छोटा-सा बदलाव आपकी किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकता है।
ज्यादा नमक का सेवन
हमारे खाने में नमक स्वाद तो बढ़ाता है, लेकिन इसकी अधिकता किडनी के लिए हानिकारक है। ज़्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जो किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालता है। प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड और टेबल पर अतिरिक्त नमक छिड़कने की आदत को कम करें। ताज़ा भोजन और प्राकृतिक मसाले अपनाकर आप अपनी किडनी को बचा सकते हैं।
अनियंत्रित दवाइयों का उपयोग
क्या आप हर छोटी-मोटी तकलीफ के लिए पेनकिलर या अन्य दवाइयां लेते हैं? बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयों का सेवन किडनी को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। खासकर नॉन-स्टेरॉइडल एंटी-इन्फ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) लंबे समय तक लेने से किडनी फेल होने का जोखिम बढ़ता है। हमेशा चिकित्सक की सलाह पर ही दवाएं लें।
अस्वस्थ खानपान
फास्ट फूड, शक्करयुक्त पेय और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ किडनी के लिए धीमा ज़हर हैं। इनमें मौजूद अतिरिक्त शुगर और फैट किडनी पर बोझ डालते हैं और डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं को जन्म दे सकते हैं, जो किडनी की बीमारियों का कारण बनते हैं। ताज़ा फल, सब्जियां और साबुत अनाज को अपनी डाइट में शामिल करें।
धूम्रपान और शराब का सेवन
धूम्रपान और अत्यधिक शराब किडनी के लिए बेहद हानिकारक हैं। ये आदतें किडनी की रक्त वाहिकाओं को कमजोर करती हैं और उनके कार्य को बाधित करती हैं। अगर आप किडनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो इन आदतों को जल्द से जल्द छोड़ दें। नियमित व्यायाम और संतुलित जीवनशैली इसके लिए आपका साथी बन सकती है।
नींद की कमी और तनाव
आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में नींद और तनाव का असर भी किडनी पर पड़ता है। कम नींद और लगातार तनाव हार्मोन्स को असंतुलित करता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। यह किडनी की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है। रोज़ाना 7-8 घंटे की नींद और योग या मेडिटेशन से तनाव को नियंत्रित करें।
नियमित जांच की अनदेखी
कई बार हम किडनी की छोटी-मोटी समस्याओं को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जो बाद में गंभीर रूप ले लेती हैं। नियमित स्वास्थ्य जांच से किडनी की समस्याओं को शुरुआती दौर में ही पकड़ा जा सकता है। खासकर अगर आपको डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या पारिवारिक इतिहास है, तो सालाना किडनी फंक्शन टेस्ट ज़रूर करवाएं।