खाने के बाद दिखें ये 5 संकेत? हो सकता है शरीर SOS भेज रहा हो! तुरंत अपनाएं ये घरेलू उपाय

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खाने के बाद दिखें ये 5 संकेत? हो सकता है शरीर SOS भेज रहा हो! तुरंत अपनाएं ये घरेलू उपाय

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Photo Credit: Social Media


हमारा शरीर बीमार होने से पहले कई बार छोटे-छोटे संकेत देता है। लेकिन दिक्कत तब होती है जब हम उन्हें नज़रअंदाज़ कर देते हैं।

खासकर डाइजेशन यानी पाचन से जुड़ी दिक्कतें अक्सर भोजन के बाद महसूस होती हैं। अगर आप खाने के आधे घंटे बाद नीचे दिए गए लक्षणों में से कोई भी महसूस करते हैं, तो वक्त आ गया है गट हेल्थ पर ध्यान देने का।

खाने के बाद नींद क्यों आती है?

खाना खाने के बाद अगर आपको अचानक नींद आने लगती है और शरीर सुस्त हो जाता है, तो ये सामान्य नहीं है। ये इस बात का संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल अचानक गिर रहा है।

ऐसे में आपको ऐसे फूड आइटम्स खाने चाहिए जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम हों और शरीर को धीरे-धीरे एनर्जी दें।

डकार आना – सिर्फ गैस नहीं, हो सकता है एसिड की कमी

अगर खाने के बाद लगातार डकारें आने लगती हैं, तो इसे सामान्य गैस की समस्या समझने की भूल न करें। यह इस बात का संकेत है कि आपके पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कमी है, जो कि पाचन के लिए जरूरी है। ध्यान दें, बार-बार एंटासिड लेना इस समस्या को और बढ़ा सकता है।

ब्लॉटिंग यानी पेट का फूलना – डाइजेशन रुका हुआ है

अगर आपको खाना खाने के कुछ समय बाद पेट फूलता हुआ महसूस होता है, भारीपन लगता है, तो समझिए कि खाना सही तरीके से पच नहीं रहा। इसका कारण पेट में जरूरी एंजाइम्स की कमी हो सकती है। यह न्यूट्रिशन के अवशोषण को भी प्रभावित कर सकता है।

सीने में भारीपन – यह एलर्जी नहीं, फूड इनटॉलरेंस हो सकता है

कभी-कभी खाना खाने के बाद छाती में टाइटनेस या भारीपन महसूस होता है। अगर ये बार-बार होता है, तो इसे नजरअंदाज़ करना भारी पड़ सकता है। यह किसी विशेष फूड इनटॉलरेंस का संकेत है, यानी आपका शरीर उस फूड को स्वीकार नहीं कर पा रहा।

खाते ही वॉशरूम जाना – लीकी गट सिंड्रोम का संकेत

अगर हर बार खाना खाने के बाद तुरंत वॉशरूम भागना पड़ता है, तो इसे केवल ‘कमजोर पाचन’ मानकर न टालें। यह गट डिसबायोप्सिस या लीकी गट सिंड्रोम की ओर इशारा कर सकता है, जिसमें आंतों की परत कमजोर हो जाती है और सही पाचन नहीं हो पाता। इसमें फाइबर, प्रोबायोटिक्स और बैलेंस्ड डाइट की बहुत ज़रूरत होती है।

गट हेल्थ को बेहतर कैसे बनाएं?

  • प्रोबायोटिक युक्त फूड्स जैसे दही, कांजी, और किमची को डाइट में शामिल करें।
  • फाइबर-रिच फल और सब्ज़ियाँ पाचन में मदद करती हैं।
  • खाने को अच्छे से चबाएं और ओवरईटिंग से बचें।
  • प्रोसेस्ड और ज्यादा शक्कर वाले फूड्स से दूरी बनाएं।

गट हेल्थ की देखभाल एक दिन का काम नहीं है, लेकिन आज एक छोटा कदम उठाना कल आपको बड़ी बीमारी से बचा सकता है।