22 लड़कियां, सात दलाल और एक खौफनाक सौदा, दिल्ली में हुआ सेक्स रैकेट का बड़ा खुलासा

दिल्ली की सड़कों से लेकर गलियों तक, अपराध की खबरें आए दिन सुर्खियां बनती हैं, लेकिन हाल ही में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने सबको चौंका दिया। दिल्ली पुलिस ने एक बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें 22 लड़कियों को बचाया गया और सात दलालों को गिरफ्तार किया गया। यह मामला सिर्फ एक अपराध की कहानी नहीं, बल्कि मानव तस्करी और शोषण की उस काली सच्चाई को उजागर करता है जो हमारे समाज में छिपी हुई है। आइए इस घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि यह गंदा खेल कैसे चल रहा था।
यह सब तब शुरू हुआ जब दिल्ली पुलिस को सूचना मिली कि शहर के कुछ इलाकों में गैरकानूनी गतिविधियां जोरों पर हैं। जांच के बाद पुलिस ने एक सुनियोजित छापेमारी की और इस बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया। पुलिस के मुताबिक, इस रैकेट में शामिल लोग लड़कियों को ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए एक खास तरीका अपनाते थे। खबरों के अनुसार, ये लोग रैपिडो जैसी बाइक टैक्सी सर्विस का इस्तेमाल करते थे। लड़कियों को बाइक पर बिठाकर ग्राहकों के पास भेजा जाता था, ताकि किसी को शक न हो। यह तरीका इतना चालाकी भरा था कि आम लोग इसे सामान्य डिलीवरी समझ बैठते थे। लेकिन इस सौदे के पीछे का सच बेहद डरावना था।
पुलिस की छापेमारी में 22 लड़कियों को मुक्त कराया गया, जिनमें से कई नाबालिग बताई जा रही हैं। इनमें से कुछ लड़कियां देश के अलग-अलग हिस्सों से थीं, तो कुछ को विदेशों से लाकर इस गंदे धंधे में धकेला गया था। इन लड़कियों को डरा-धमकाकर और झूठे वादों के सहारे इस दलदल में फंसाया गया था। सात दलाल जो इस रैकेट को चला रहे थे, उन्हें भी मौके पर पकड़ा गया। इनमें से मुख्य आरोपियों के नाम नाजिम और रिहान बताए जा रहे हैं, जो इस पूरे खेल के मास्टरमाइंड थे। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और इसके तार दिल्ली से बाहर तक फैले हुए थे।
इस रैकेट का खुलासा होने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। आखिर इतने बड़े पैमाने पर यह धंधा कैसे चल रहा था? क्या स्थानीय प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं थी? पुलिस ने बताया कि इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए खुफिया जानकारी जुटाई गई थी। फर्जी ग्राहक बनाकर दलालों से संपर्क किया गया और फिर सही वक्त पर छापा मारा गया। इस कार्रवाई से न सिर्फ लड़कियों को आजादी मिली, बल्कि यह भी साफ हो गया कि अपराधी कितनी चालाकी से तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि हमें अपने आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत है।