मात्र तीस रुपए में अम्मा थाली : समाज के समृद्ध वर्ग के लिए अनुकरणीय उदाहरण

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. National

मात्र तीस रुपए में अम्मा थाली : समाज के समृद्ध वर्ग के लिए अनुकरणीय उदाहरण

amma thali


कानपुर। नशाखोरी किसी भी समाज में विलासिता और अकर्मण्यता पैदा करने का सबसे सरल उपाय है। यदि किसी व्यक्ति को इसकी आदत हो जाती है तो वह कई प्रकार की बीमारियों का शिकार हो जाता है, नशे में डूबा इंसान अपने अच्छे बुरे की पहचान भी खो देता है। उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के अंतर्गत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में ₹30 में भरपेट भोजन अम्मा थाल स्ट्रीट फूड के अवलोकन अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कही।

उन्होंने आगे कहा कि गरीबों को ₹30 में सस्ता भोजन खासतौर से नशा मुक्त लोगों को उपलब्ध कराने का महिला सशक्तिकरण के तहत संचालक नीतू शर्मा द्वारा जो प्रयास किया जा रहा है। वह समाज के समृद्ध वर्ग के लिए अनुकरणीय उदाहरण है। इस मौके पर संचालक नीतू शर्मा को केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने सम्मानित भी किया। कानपुर एक बड़ी आबादी का शहर होने के कारण नशा मुक्त अभियान कौशल के तहत अम्मा थाली स्ट्रीट फूड को कम से कम 100 केंद्र बनाने का संकल्प हमें करना चाहिए।

इस अवसर पर नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेसडर प्रभारी योग गुरु ज्योति बाबा को ऐसा सेवा पूर्ण कार्य के लिए पगड़ी अंग वस्त्र व सरोपा भेंट कर सम्मानित किया। इससे पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर के समर्थन में जोरदार नारों के बीच हिंदू वाहिनी के दीपक सोनकर ने मंत्री जी का स्वागत सम्मान एवं माल्यार्पण अपनी पूरी टीम के साथ किया।

इस मौके पर योग गुरु ज्योति बाबा ने कहा कि एक जानकारी के अनुसार नशे के सेवन से दिमाग की कोशिकाओं पर बहुत बुरा असर पड़ता है जो एक बार क्षतिग्रस्त होने पर दोबारा नहीं बन पाती हैं। आंकड़ों के आईने में देखें तो मासूम किशोरों में नशे के बढ़ते चलन के पीछे बदलती जीवन शैली परिवार का दबाव परिवार के झगड़े इंटरनेट का अत्यधिक उपयोग एकाकी जीवन परिवार से दूर रहने पारिवारिक कलह जैसे अनेक कारण हैं। बरहाल कारण जो भी हो पर इसके दुष्प्रभाव और दुष्परिणाम दोनों ही परिवार व समाज के लिए खतरनाक हैं। कार्यक्रम में अन्य प्रमुख अंजू सिंह,प्रदेश मीडिया प्रभारी गीता पाल, सूर्यांश गुप्ता इत्यादि थे।