12वीं की परीक्षा देते वक्त पेट दर्द, 17 साल की छात्रा निकली गर्भवती, सच जानकर उड़ जाएंगे होश!

राजस्थान का बाड़मेर जिला आजकल एक अजीब और परेशान करने वाली घटना की वजह से चर्चा में है। सोमवार को कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा के दौरान एक 17 साल की छात्रा को अचानक पेट में दर्द शुरू हुआ। यह घटना उस वक्त हुई, जब वह अपने भविष्य को संवारने के लिए परीक्षा हॉल में बैठी थी। उसकी हालत देखकर शिक्षकों को कुछ समझ नहीं आया और वे उसे फौरन पास के सरकारी अस्पताल ले गए। लेकिन वहां जो सच सामने आया, उसने न सिर्फ उसके परिवार को, बल्कि पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। यह खबर सुनकर हर कोई हैरान है और लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ, जिसने सबको चौंका दिया।
अस्पताल में खुला बड़ा राज
जब शिक्षक छात्रा को लेकर अस्पताल पहुंचे, तो डॉक्टरों ने उसकी हालत देखते ही जांच शुरू कर दी। आमतौर पर पेट दर्द को लोग साधारण समझते हैं, लेकिन इस बार मामला कुछ और ही निकला। जांच के बाद डॉक्टरों ने जो खुलासा किया, वह किसी के लिए भी विश्वास करना मुश्किल था। पता चला कि यह 17 साल की लड़की तीन महीने की गर्भवती है। यह सुनते ही अस्पताल में मौजूद हर शख्स के होश उड़ गए। डॉक्टरों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी, क्योंकि यह मामला अब सिर्फ सेहत का नहीं, बल्कि कानून और समाज से जुड़ा हुआ था। परिजनों को भी बुलाया गया, लेकिन उससे पहले पुलिस वहां पहुंच चुकी थी। यह खबर इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही देर में पूरे बाड़मेर में इसकी चर्चा होने लगी।
छात्रा की हालत और शिक्षकों की परेशानी
परीक्षा के बीच में अचानक पेट दर्द की शिकायत ने शिक्षकों को चिंता में डाल दिया था। उस वक्त उनका पहला ख्याल यही था कि शायद छात्रा को कोई छोटी-मोटी तकलीफ हो गई होगी। वे उसे लेकर जल्दी से अस्पताल पहुंचे, ताकि उसे राहत मिल सके। लेकिन जब डॉक्टरों ने गर्भवती होने की बात बताई, तो शिक्षकों के लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं था। एक तरफ वे छात्रा की सेहत को लेकर चिंतित थे, तो दूसरी तरफ यह सोचकर परेशान थे कि यह सब कैसे हुआ। परीक्षा हॉल में बैठी यह लड़की पिछले कई महीनों से इस हालत में थी, लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। यह सवाल हर किसी के मन में उठ रहा था कि आखिर इतनी बड़ी बात छिपी कैसे रह गई।
पुलिस ने शुरू की जांच
जैसे ही अस्पताल से पुलिस को सूचना मिली, वे तुरंत हरकत में आ गए। पुलिस की एक टीम ने छात्रा के बयान दर्ज किए, ताकि इस मामले की तह तक पहुंचा जा सके। यह एक संवेदनशील मामला था, इसलिए पुलिस ने बहुत सावधानी से काम शुरू किया। छात्रा की हालत को देखते हुए उसे पहले इलाज की जरूरत थी, लेकिन साथ ही यह जानना भी जरूरी था कि उसके साथ क्या हुआ। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि वह गर्भवती कैसे हुई और इसके पीछे कौन जिम्मेदार है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। यह मामला अब सिर्फ एक परिवार का नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ा सवाल बन गया है।
समाज में फैली बेचैनी
इस घटना ने बाड़मेर के लोगों के बीच एक अजीब-सी बेचैनी पैदा कर दी है। एक नाबालिग छात्रा का इस हालत में होना हर किसी के लिए चिंता का सबब है। लोग यह सोच रहे हैं कि एक स्कूल जाने वाली लड़की के साथ ऐसा कैसे हो सकता है। कुछ लोग इसे परिवार की लापरवाही मान रहे हैं, तो कुछ समाज में बढ़ती असुरक्षा की ओर इशारा कर रहे हैं। इस खबर ने माता-पिता को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि वे अपने बच्चों पर कितना ध्यान दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी यह मामला छाया हुआ है और लोग अपनी-अपनी राय रख रहे हैं। कोई इसे कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है, तो कोई लड़कियों की सुरक्षा की बात कर रहा है। यह घटना समाज के लिए एक सबक की तरह है।
परिवार का हाल और सवालों का दौर
छात्रा के परिवार के लिए यह वक्त बहुत मुश्किल भरा है। जब उन्हें अस्पताल से इस खबर की जानकारी मिली, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। वे समझ नहीं पा रहे थे कि उनकी बेटी के साथ ऐसा कब और कैसे हुआ। परिवार का कहना है कि उन्हें इसकी जरा भी भनक नहीं थी। उनकी बेटी रोज स्कूल जाती थी और पढ़ाई में अच्छी थी। फिर यह सब कैसे हो गया, यह उनके लिए एक पहेली बन गया है। परिवार अब पुलिस से उम्मीद कर रहा है कि इस मामले की सच्चाई सामने आए और दोषी को सजा मिले। लेकिन इसके साथ ही उनके मन में यह डर भी है कि समाज उनके बारे में क्या सोचेगा। यह स्थिति उनके लिए भावनात्मक और सामाजिक दोनों तरह से चुनौती भरी है।