अबू आसिम आज़मी का बड़ा ऐलान- अगर अज़ान रोकी गई तो सड़कों पर उतरेंगे

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अबू आसिम आज़मी का बड़ा ऐलान- अगर अज़ान रोकी गई तो सड़कों पर उतरेंगे

Abu Azmi

Photo Credit: Social Media


महाराष्ट्र में मस्जिदों से अवैध लाउडस्पीकर हटाने का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आज़मी ने इस मामले को लेकर मुंबई पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की और अपनी नाराजगी जाहिर की। आज़मी ने कहा कि यह कदम कुछ नेताओं के दबाव में उठाया जा रहा है, जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश के किसी अन्य हिस्से में इस तरह की कार्रवाई नहीं हो रही है। आज़मी ने पुलिस प्रशासन से बातचीत के दौरान रास्ता निकालने की मांग की ताकि कानून का पालन करते हुए अज़ान की परंपरा बरकरार रहे।

कानून और धार्मिक भावनाओं के बीच संतुलन की चुनौती

आज़मी ने स्पष्ट किया कि पुलिस कमिश्नर ने इस मुद्दे पर कानूनी दबाव का हवाला दिया। लेकिन आज़मी का मानना है कि यह कार्रवाई बीजेपी नेता किरीट सोमैया जैसे कुछ नेताओं के दबाव का नतीजा है। उन्होंने कहा, “हम कानून का सम्मान करते हैं, लेकिन अगर यह कदम किसी खास समुदाय को निशाना बनाने के लिए उठाया गया है, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” आज़मी ने यह भी बताया कि वह इस मुद्दे पर सरकार और प्रशासन के साथ बातचीत करने को तैयार हैं, लेकिन अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो समाजवादी पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।

अज़ान की परंपरा और सामाजिक सौहार्द

मस्जिदों में लाउडस्पीकर का उपयोग अज़ान के लिए लंबे समय से चली आ रही परंपरा का हिस्सा है। आज़मी ने कहा कि यह न केवल धार्मिक प्रथा है, बल्कि यह सामुदायिक एकता का प्रतीक भी है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर कानून का पालन करना ही मकसद है, तो इसे पूरे देश में एक समान क्यों नहीं लागू किया जा रहा? आज़मी ने जोर दिया कि उनकी पार्टी शांतिपूर्ण तरीके से इस मुद्दे को उठाएगी और समाज में सौहार्द बनाए रखने की कोशिश करेगी।


आंदोलन की चेतावनी और भविष्य की रणनीति

आज़मी ने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर सरकार इस मुद्दे पर समझौता नहीं करती, तो समाजवादी पार्टी बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू करेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से एकजुट होने का आह्वान किया और कहा कि यह लड़ाई केवल लाउडस्पीकर की नहीं, बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता और समानता की है। आज़मी ने यह भी साफ किया कि उनका विरोध शांतिपूर्ण होगा और इसका मकसद समाज में तनाव पैदा करना नहीं, बल्कि अपनी बात को मजबूती से रखना है।