अबू आजमी के बेटे को 150 लोगों की भीड़ ने घेरा, पत्नी आयशा टाकिया ने किया चौंकाने वाला खुलासा!

समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी इन दिनों अपने औरंगजेब पर दिए विवादित बयान को लेकर पहले से ही चर्चा में हैं। इस बीच उनके बेटे अबू फरहान आजमी भी विवादों में घिर गए हैं। गोवा पुलिस ने फरहान आजमी को सोमवार देर रात हिरासत में लिया था। हालांकि, कुछ ही घंटों बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। यह मामला गोवा के कैंडोलिम इलाके में एक सुपरमार्केट के पास हुए विवाद से जुड़ा है, जहां फरहान आजमी की कथित तौर पर स्थानीय लोगों से कहासुनी हो गई थी।
फरहान आजमी एक उद्यमी हैं और अपने परिवार के साथ गोवा में छुट्टियां मना रहे थे। इस दौरान उनकी मर्सिडीज एसयूवी और स्थानीय लोगों के बीच गाड़ी चलाने के तरीके को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
कैसे शुरू हुआ विवाद: लेन बदलने से बढ़ी तकरार
पुलिस के अनुसार, सोमवार रात लगभग 11:12 बजे पणजी के पुलिस नियंत्रण कक्ष में एक फोन कॉल आई। कॉल में कैंडोलिम के न्यूटन सुपरमार्केट के पास झगड़े की सूचना दी गई थी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो पाया कि फरहान आजमी, उनका किशोर बेटा और उनका ड्राइवर मर्सिडीज एसयूवी में यात्रा कर रहे थे।
विवाद तब शुरू हुआ जब फरहान की कार सुपरमार्केट के पास मुड़ी और पीछे से आ रहे एक वाहन में सवार दो स्थानीय लोगों ने आजमी से बहस शुरू कर दी। उनका आरोप था कि फरहान की कार ने बिना इंडिकेटर का इस्तेमाल किए या संकेत दिए लेन बदल ली थी। पुलिस ने बताया कि ये दोनों व्यक्ति जियोन फर्नांडिस और जोसेफ फर्नांडिस थे, जो कार्निवल में भाग लेकर लौट रहे थे।
विवाद ने लिया विकराल रूप: 'मैं विधायक का बेटा हूं'
जब बहस बढ़ी, तो फरहान ने कथित तौर पर कहा कि वह एक विधायक के बेटे हैं। इस बीच, दोनों स्थानीय व्यक्तियों के परिवार के सदस्य और स्थानीय लोगों का एक समूह वहां आ गया। उन्होंने फरहान और उनके ड्राइवर को कार से बाहर निकलने को कहा, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने ले जाकर शिकायत दर्ज कराने का मौका दिया, लेकिन दोनों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। प्रोटोकॉल के अनुसार, उन्हें मापुसा के जिला अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए भेजा गया था, लेकिन उन्होंने मेडिकल जांच से भी इनकार कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई: एफआईआर दर्ज, फिर रिहाई
गोवा पुलिस ने फरहान आजमी, उनके ड्राइवर शाम और दोनों स्थानीय व्यक्तियों के खिलाफ "सार्वजनिक स्थान पर लड़ाई करने और सार्वजनिक शांति भंग करने" के आरोप में मामला दर्ज किया। कलंगुट पुलिस स्टेशन में केस दर्ज होने और भारतीय न्याय संहिता (BNSS) की धारा 35 के तहत नोटिस जारी होने के बाद चारों को कुछ ही देर बाद रिहा कर दिया गया।
पुलिस के अनुसार, फरहान आजमी ने अपने पास संबंधित प्राधिकारी द्वारा जारी वैध हथियार लाइसेंस और गोवा में बंदूक ले जाने की अनुमति दिखाई थी। चूंकि इस घटना में सार्वजनिक स्थान पर लड़ाई और शांति भंग करने का मामला था, इसलिए कलंगुट पुलिस स्टेशन के पीएसआई परेश सिनारी ने शिकायत दर्ज की।
आयशा टाकिया का दावा: 'महाराष्ट्र के प्रति नफरत'
इस घटना के बाद फरहान आजमी की पत्नी और अभिनेत्री आयशा टाकिया ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने इस घटना को "भयावह रात" बताया। उन्होंने लिखा, "आज सुबह तक, मेरे पति और बेटे को क्रूरता से धमकाया गया और वे अपनी जान के लिए डरे हुए थे क्योंकि स्थानीय गोवा के गुंडों ने उन पर हमला किया, उन्हें धमकाया और घंटों तक प्रताड़ित किया।"
आयशा ने दावा किया कि गोवा में महाराष्ट्र के प्रति नफरत अविश्वसनीय ऊंचाई पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने बार-बार फरहान और उनके बेटे को महाराष्ट्र से होने और बड़ी कार रखने के लिए कोसा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने बदले में फरहान के खिलाफ शिकायत दर्ज की है, जबकि वह वास्तव में लगभग 150 लोगों की बड़ी भीड़ के खिलाफ मदद के लिए 100 नंबर डायल करने वाले व्यक्ति थे।