ओवैसी ने लोकसभा में वक्फ बिल फाड़ा, बोले- इसका मकसद मुसलमानों को जलील करना

लोकसभा में उस वक्त माहौल गरमा गया, जब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ संशोधन बिल की कॉपी को फाड़कर सरकार पर जमकर हमला बोला। यह नजारा आज 2 अप्रैल का है, जब बिल पर चर्चा के दौरान ओवैसी ने अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने इसे मुस्लिम समुदाय को नीचा दिखाने की कोशिश करार दिया और कहा कि यह विधेयक न सिर्फ उनके अधिकारों पर हमला है, बल्कि संविधान की भावना को भी ठेस पहुंचाता है। इस घटना ने न केवल संसद में हलचल मचाई, बल्कि आम लोगों के बीच भी सवाल खड़े कर दिए।
वक्फ बिल पर ओवैसी का सख्त रुख
ओवैसी ने बिल को फाड़ते हुए कहा कि यह मुसलमानों की धार्मिक आजादी और वक्फ संपत्तियों के लिए खतरा है। उनके मुताबिक, सरकार इस बिल के जरिए वक्फ बोर्ड की ताकत को कम करना चाहती है, जिससे मुस्लिम समुदाय की संपत्तियां असुरक्षित हो जाएंगी। ओवैसी ने यह भी आरोप लगाया कि यह कदम मुसलमानों को दान देने के उनके हक पर चोट करता है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि अगर मकसद वक्फ व्यवस्था को बेहतर करना है, तो फिर ऐसे नियम क्यों लाए जा रहे हैं, जो समुदाय के खिलाफ दिखते हैं? उनका यह बयान लोगों के बीच गूंज रहा है।
सदन में मचा हंगामा
जब ओवैसी ने बिल को फाड़ा, तो लोकसभा में एक पल के लिए सन्नाटा छा गया। लेकिन जल्द ही सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। ओवैसी ने जोर देकर कहा, "यह बिल मुस्लिम विरोधी है और मैं इसे कभी स्वीकार नहीं करूंगा।" सत्तापक्ष ने इसे संसदीय गरिमा के खिलाफ बताया, जबकि विपक्षी नेताओं ने ओवैसी के जज्बे की तारीफ की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया। लोग अब इस बात पर बहस कर रहे हैं कि क्या ओवैसी का यह कदम जायज था या सिर्फ एक नाटक।
#WATCH | Delhi | AIMIM Chief Asasuddin Owaisi tears the copy of #WaqfAmendmentBill during his remarks in the ongoing debate in the Lok Sabha pic.twitter.com/9P4ZfZUDKE
— ANI (@ANI) April 2, 2025