चेन्नई के डॉक्टर ने परिवार सहित की आत्महत्या, 5 करोड़ का नुकसान बना वजह?

चेन्नई शहर में गुरुवार को एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। एक मशहूर डॉक्टर ने अपनी पत्नी और दो किशोर बेटों के साथ अपने घर में आत्महत्या कर ली। यह दुखद घटना अन्ना नगर पश्चिम इलाके में हुई, जहां यह परिवार रहता था। बताया जा रहा है कि इस परिवार को 5 करोड़ रुपये का बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ था, जिसकी वजह से वे इस कदम तक पहुंच गए। इस खबर ने न सिर्फ उनके करीबियों को, बल्कि पूरे शहर को सदमे में डाल दिया। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह समझ सके कि आखिर क्या हुआ था।
परिवार की पहचान और उनकी जिंदगी
इस दुखद घटना में गए लोगों की पहचान डॉ. बालामुरुगन, उनकी पत्नी सुमति और उनके दो बेटों, दासवंत और लिंगेश के रूप में हुई है। डॉ. बालामुरुगन एक जाने-माने सोनोलॉजिस्ट थे, जो अपने काम में बहुत सम्मानित थे। उनकी पत्नी सुमति एक वकील थीं, जो अपने पेशे में मेहनती और समझदार मानी जाती थीं। उनके बेटे दासवंत 17 साल के थे, जबकि लिंगेश 15 साल का था। दोनों बच्चे अपनी उम्र के हिसाब से पढ़ाई और जिंदगी में आगे बढ़ रहे थे। यह परिवार बाहर से देखने में खुशहाल लगता था, लेकिन अंदर की कहानी कुछ और ही थी।
आत्महत्या की घटना का खुलासा
पुलिस को इस घटना की सूचना तब मिली, जब गुरुवार को परिवार के घर से कोई जवाब नहीं आया। जांच के लिए पहुंची पुलिस ने जो देखा, वह दिल दहला देने वाला था। डॉ. बालामुरुगन और सुमति के शव घर के एक कमरे में मिले, जबकि उनके बेटों दासवंत और लिंगेश के शव दूसरे कमरे में पाए गए। ऐसा लगता है कि यह कदम सोच-समझकर उठाया गया था। पुलिस ने शुरुआती जांच में पाया कि परिवार ने आत्महत्या करने से पहले कोई नोट या संदेश नहीं छोड़ा। फिर भी, यह साफ है कि यह घटना अचानक नहीं हुई, बल्कि इसके पीछे कोई बड़ी वजह थी।
आर्थिक नुकसान बना वजह?
इस दुखद कदम के पीछे की वजह के बारे में बात करें, तो पुलिस और करीबियों का मानना है कि परिवार को हुआ 5 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान इसका कारण हो सकता है। डॉ. बालामुरुगन एक सफल सोनोलॉजिस्ट थे, लेकिन हाल के दिनों में उनके कारोबार या निवेश में बड़ी हानि हुई थी। यह नुकसान इतना बड़ा था कि शायद परिवार इसे सहन नहीं कर पाया। सुमति एक वकील होने के नाते कानूनी समझ रखती थीं, लेकिन फिर भी इस मुश्किल से उबरना उनके लिए आसान नहीं रहा। यह आर्थिक तंगी उनके लिए इतनी बड़ी बन गई कि उन्होंने अपनी और बच्चों की जिंदगी खत्म करने का फैसला ले लिया।