महाकाल मंदिर में आग, लाखों का नुकसान, भक्तों में अफरा-तफरी

उज्जैन का विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर, जो लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है, आज 5 मई 2025 को एक दुखद घटना का गवाह बना। मंदिर परिसर में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। यह घटना मंदिर के अवंतिका गेट पर स्थित कंट्रोल रूम की छत पर हुई, जहां लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया।
आग लगने की वजह और स्थिति
महाकाल मंदिर प्रशासन के अनुसार, आग अवंतिका गेट के कंट्रोल रूम की छत पर लगे सोलर पैनल की बैटरी में शुरू हुई। प्रारंभिक जांच से पता चला कि बैटरी में शॉर्ट सर्किट के कारण आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग ने आसपास के सामान को अपनी चपेट में ले लिया। मंदिर के इस हिस्से में रखे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, फर्नीचर और अन्य सामग्री जलकर पूरी तरह नष्ट हो गए। मंदिर प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दमकल विभाग को सूचना दी, जिसके बाद आग पर काबू पाया गया।
सौभाग्य से, इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। फिर भी, आग की लपटों और धुएं ने मंदिर परिसर में मौजूद भक्तों में डर और अराजकता का माहौल पैदा कर दिया। मंदिर में दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
मंदिर प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
आग की सूचना मिलते ही मंदिर प्रशासन ने तुरंत कदम उठाए। सुरक्षा के लिहाज से मंदिर में भक्तों का प्रवेश अस्थायी रूप से रोक दिया गया। मंदिर के कर्मचारियों और स्थानीय पुलिस ने मिलकर स्थिति को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाई। प्रशासन ने भक्तों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। साथ ही, घटना की गहन जांच के आदेश दे दिए गए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
महाकाल मंदिर के प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया कि मंदिर के गर्भगृह और अन्य पवित्र स्थानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। दर्शन और पूजा-अर्चना जल्द ही सामान्य रूप से शुरू होने की उम्मीद है।