मुफ्त इलाज से लेकर मां के नाम का वार्ड तक: बागेश्वर धाम का ये अस्पताल बनेगा मिसाल!

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मुफ्त इलाज से लेकर मां के नाम का वार्ड तक: बागेश्वर धाम का ये अस्पताल बनेगा मिसाल!

Cancer hospital in bageshwar dham

Photo Credit: Cancer hospital in bageshwar dham


मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां 200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले कैंसर अस्पताल का शिलान्यास किया। यह अस्पताल न केवल स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र बनेगा, बल्कि आस्था और सेवा के संगम का प्रतीक भी होगा।

कैंसर अस्पताल की विशेषताएं

बागेश्वर इंस्टीट्यूट नाम से जाने वाले इस अस्पताल में 100 बिस्तरों की व्यवस्था होगी। इसमें पैथोलॉजी, सीटी स्कैन, एमआरआई, रेडियोथैरेपी और कीमोथैरेपी जैसी आधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी। विशेष बात यह है कि गरीब मरीजों का निशुल्क इलाज किया जाएगा। अस्पताल का संचालन कथा और अन्य आमदनी से होगा, जैसा कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बताया।

पीएम मोदी का विपक्ष पर हमला

कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने विपक्षी नेताओं पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, "कुछ नेता धर्म का मखौल उड़ाते हैं, लेकिन हमारी आस्था और सेवा की भावना को कोई नहीं तोड़ सकता।" यह टिप्पणी संभवतः विपक्ष द्वारा बागेश्वर धाम के प्रति उठाए गए सवालों के जवाब में थी।

मां हीराबेन के नाम पर वार्ड

इस कार्यक्रम में एक भावुक पल भी आया, जब पीएम मोदी ने घोषणा की कि अस्पताल में उनकी माता हीराबेन मोदी के नाम पर एक वार्ड बनाया जाएगा। यह कदम उनकी माता के प्रति सम्मान को दर्शाता है।

सामूहिक विवाह का आयोजन

शिलान्यास के साथ ही बागेश्वर धाम ने 250 जोड़ों का सामूहिक विवाह भी संपन्न कराया। पीएम मोदी ने इन नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। यह कार्यक्रम सामाजिक समरसता और संस्कारों के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बना।

अस्पताल की भविष्य की योजनाएं

बागेश्वर इंस्टीट्यूट का निर्माण अगले तीन वर्षों में पूरा होगा। इसके अलावा, यहां फूड कोर्ट, सोलर पार्किंग, धर्मशाला और प्रदर्शनी कॉम्प्लेक्स भी बनाए जाएंगे। युवाओं को नर्सिंग के क्षेत्र में प्रशिक्षण देने के लिए मेडिकल कॉलेजों से समझौते किए जा रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय सहयोग

अस्पताल में विदेशों से डॉक्टरों की मदद ली जाएगी। इंग्लैंड, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के चिकित्सक यहां सेवाएं देंगे। यह पहल स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक स्तर पर ले जाने की दिशा में एक कदम है।