कैंसर पीड़ित बच्ची के साथ दुष्कर्म, मददगार ही निकला दरिंदा!

महाराष्ट्र के ठाणे जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है, जो इंसानियत को शर्मसार कर देती है। एक 13 साल की मासूम बच्ची, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थी, उसके साथ दुष्कर्म का मामला उजागर हुआ है। इस घिनौने कृत्य का आरोपी कोई और नहीं, बल्कि वही शख्स है जो परिवार की मदद के नाम पर उनके करीब आया था। इस घटना ने न सिर्फ समाज को झकझोरा है, बल्कि सवाल उठाए हैं कि क्या विश्वास की आड़ में छुपे ऐसे दरिंदों से कोई सुरक्षित है?
मदद के बहाने अपराध की साजिश
पुलिस के मुताबिक, 29 साल का आरोपी बिहार का रहने वाला है और उसी गांव से ताल्लुक रखता है, जहां बच्ची का परिवार रहता था। दो महीने पहले उसने बदलापुर में उनके लिए किराए का मकान ढूंढने में मदद की थी। इतना ही नहीं, वह बच्ची के कैंसर के इलाज में भी सहयोग कर रहा था। लेकिन उसकी नीयत में छल छुपा था। सहायक पुलिस आयुक्त शैलेश काले ने बताया कि आरोपी ने उस वक्त बच्ची का फायदा उठाया, जब वह घर पर अकेली थी। हैरानी की बात यह है कि उसने मासूम के साथ तीन बार यौन उत्पीड़न किया।
इलाज के बीच खुला गहरा राज
बच्ची मुंबई के एक अस्पताल में कीमोथेरेपी करा रही थी। नियमित जांच के दौरान डॉक्टरों को पता चला कि वह गर्भवती है। यह खबर सुनते ही परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। एक तरफ कैंसर से लड़ाई, दूसरी तरफ यह दर्दनाक सच्चाई—यह किसी भी माता-पिता के लिए सहन करना आसान नहीं था। पुलिस को सूचना मिलते ही जांच शुरू हुई और सच सामने आया कि मददगार बनकर घर में घुसा यह शख्स ही अपराधी था।
बिहार से गिरफ्तारी, कानून का शिकंजा
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गुरुवार को बिहार से गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ अधिकारी किरण बलवडकर ने बताया कि आरोपी के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और मामले की गहन जांच जारी है। अधिकारी ने कहा, “आरोपी ने परिवार के भरोसे का गलत फायदा उठाया। वह इलाज में मदद के बहाने बच्ची को निशाना बनाता रहा।”