सनातन धर्म की राह पर हिजाब वाली युवती अलीशा, चौंका देगी यह खबर!

वृंदावन की पावन गलियों में भगवा झंडों की लहर और भक्ति भजनों की मधुर स्वर लहरियों के बीच एक अनोखा दृश्य सबका मन मोह गया। सनातन युवा जोड़ो पदयात्रा की शुरुआत में एक युवती की मौजूदगी ने हर किसी को चौंका दिया। उनके सिर पर हिजाब था, हाथों में सनातन धर्म का संदेश लिए पोस्टर और दिल में अटूट आस्था। यह नजारा केवल एक विरोधाभास नहीं था, बल्कि एक नई शुरुआत का प्रतीक था।
मथुरा की रहने वाली अलीशा ने अपनी पहचान को एक नया रंग दिया है। कभी अलग राह पर चलने वाली अलीशा आज सनातन धर्म की सैर कर रही हैं। उनके पति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस पदयात्रा में शामिल होना केवल एक कदम नहीं, बल्कि एक बड़े बदलाव की कहानी है। अलीशा का कहना है कि सनातन धर्म की उदारता और समावेशी सोच ने उन्हें आकर्षित किया। वह बताती हैं कि वृंदावन की गलियों में उन्हें एक ऐसी शांति मिली, जो पहले कभी अनुभव नहीं हुई थी।
वृंदावन: आस्था का संगम
वृंदावन, जहां हर गली में राधा-कृष्ण की प्रेम कथाएं गूंजती हैं, वहां यह अनोखी कहानी सबके लिए प्रेरणा बन गई। सनातन युवा जोड़ो पदयात्रा में शामिल लोग न केवल भक्ति में डूबे थे, बल्कि एकता और समरसता का संदेश भी दे रहे थे। अलीशा की मौजूदगी ने इस संदेश को और गहरा कर दिया। उनके हिजाब और भगवा पोस्टर ने दिखाया कि आस्था की कोई सीमा नहीं होती। यह दृश्य उन लोगों के लिए जवाब था, जो धर्म को बांटने की कोशिश करते हैं।