'रेप केस में फंसाकर बर्बाद कर दूंगी', सरकारी टीचर की धमकी से कांपा परिवार

राजस्थान में हनी ट्रैप के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, जो अब सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रहे, बल्कि छोटे कस्बों और गांवों तक अपनी जड़ें फैला रहे हैं। अलवर जिले के बानसूर में एक ऐसा ही सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका ने एक युवक को झूठे बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी देकर उससे और उसके परिवार से लाखों रुपये वसूल लिए। यह घटना न केवल समाज में विश्वास की कमी को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे शिक्षक जैसे सम्मानित पेशे से जुड़े लोग भी गलत रास्ते पर चल सकते हैं। आइए, इस मामले की पूरी कहानी को विस्तार से समझते हैं।
एक साजिश जो छह साल तक चली
बानसूर के एक युवक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि साल 2019 से एक महिला शिक्षिका उसे और उसके परिवार को ब्लैकमेल कर रही थी। यह सब तब शुरू हुआ, जब शिक्षिका ने युवक को अपने घर बुलाया और वहां उस पर झूठा आरोप लगाने की धमकी दी। डर के मारे परिवार ने उसकी मांगों को मानना शुरू किया। कभी थाने से बचाने के नाम पर, तो कभी कोर्ट केस से निजात दिलाने की बात कहकर, शिक्षिका ने इस परिवार से अलग-अलग किस्तों में करीब 25 लाख रुपये वसूल लिए। यह राशि इतनी बड़ी थी कि परिवार की आर्थिक स्थिति डगमगा गई, लेकिन डर और सामाजिक बदनामी के कारण वे चुप रहे।
पुलिस ने उठाया सख्त कदम
जब परिवार की बर्दाश्त की हद पार हो गई, तो उन्होंने 23 जून 2025 को बानसूर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत के नेतृत्व में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी महिला शिक्षा विभाग में कार्यरत है और उसने सुनियोजित तरीके से इस हनी ट्रैप रैकेट को अंजाम दिया। 5 जुलाई 2025 को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और पर्याप्त सबूतों के साथ अलवर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
अब क्या है पुलिस की अगली रणनीति?
पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। महिला के मोबाइल फोन और बैंक खातों की छानबीन की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इस रैकेट में और लोग भी शामिल हैं। पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि क्या शिक्षिका ने अन्य लोगों को भी अपने जाल में फंसाया था। इस मामले ने स्थानीय समुदाय में हड़कंप मचा दिया है, क्योंकि एक शिक्षक जैसे पेशे से जुड़े व्यक्ति से ऐसी हरकत की उम्मीद किसी को नहीं थी।
समाज पर क्या है इसका असर?
यह घटना केवल एक व्यक्ति या परिवार की कहानी नहीं है, बल्कि यह समाज में बढ़ते अपराध और विश्वास की कमी को दर्शाती है। हनी ट्रैप जैसे मामले अब सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं हैं। छोटे शहरों और कस्बों में भी लोग इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। यह जरूरी है कि लोग जागरूक रहें और किसी भी तरह की धमकी या ब्लैकमेलिंग के सामने न झुकें। पुलिस और प्रशासन से समय पर मदद लेना ही सबसे बेहतर रास्ता है।