3 घंटे के इंटरव्यू में PM मोदी का पाकिस्तान पर हमला, शांति हमारी कोशिश, धोखा उनकी फितरत!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक तीन घंटे के लंबे साक्षात्कार में भारत-पाकिस्तान संबंधों पर खुलकर अपनी बात रखी। इस इंटरव्यू में उन्होंने पड़ोसी देश पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला और कहा कि वह शांति (peace) में विश्वास नहीं करता, बल्कि प्रॉक्सी वॉर (proxy war) को अपनी रणनीति बनाए हुए है। पीएम मोदी ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने 2014 में अपने शपथ ग्रहण समारोह में तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आमंत्रित किया था, लेकिन बदले में उन्हें विश्वासघात (betrayal) ही मिला। यह साक्षात्कार न सिर्फ भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण रिश्तों की गहराई को दर्शाता है, बल्कि पीएम मोदी की सोच और कूटनीति को भी सामने लाता है।
मोदी ने इस बातचीत में साफ कहा कि भारत ने हमेशा शांति की पहल की है। उन्होंने नवाज शरीफ को शपथ समारोह में बुलाने के अपने फैसले को एक सकारात्मक कदम बताया, जिसका मकसद दोनों देशों के बीच नए रिश्तों की शुरुआत करना था। उस समय यह कदम पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना था, क्योंकि दक्षिण एशिया में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। लेकिन पीएम के मुताबिक, पाकिस्तान ने इस भरोसे का जवाब आतंकवाद (terrorism) और छद्म युद्ध से दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने बार-बार दोस्ती का हाथ बढ़ाया, मगर हर बार उसे धोखा ही मिला। यह बयान उन लोगों के लिए भी एक जवाब है जो भारत-पाक संबंधों में सुधार की उम्मीद करते हैं।
इस साक्षात्कार में पीएम मोदी ने पाकिस्तान की नीतियों को कठघरे में खड़ा किया। उनका कहना था कि प्रॉक्सी वॉर के जरिए पाकिस्तान भारत को अस्थिर करने की कोशिश करता रहा है। कश्मीर (Kashmir) में आतंकी गतिविधियाँ हों या मुंबई हमलों जैसे बड़े कांड, भारत ने हमेशा इसका सबूत दुनिया के सामने रखा है।