होटल बुकिंग का नया नियम जान लें, वरना रूम नहीं मिलेगा!

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. National

होटल बुकिंग का नया नियम जान लें, वरना रूम नहीं मिलेगा!

भारत से ज्यादा प्रॉपर्टी चीन में मैनेज कर रही है OYO

Photo Credit:


अब होटल में रूम बुक करना पहले जितना आसान नहीं रहा। अगर आप सोच रहे हैं कि बैग पैक करके सीधे होटल पहुंच जाएंगे और आधार कार्ड दिखाकर चेक-इन कर लेंगे, तो थोड़ा रुकिए। अब नियम बदल गए हैं और होटल बुकिंग का तरीका भी नया हो गया है। सरकार और होटल मैनेजमेंट ने मिलकर ऐसा सिस्टम बनाया है, जो आपकी पहचान को और सख्ती से जांचेगा। आइए, जानते हैं कि अब आपको क्या करना होगा और ये बदलाव आपके लिए क्यों जरूरी है।

आधार कार्ड की जगह क्या चाहिए?

पहले जहां आधार कार्ड ही आपकी पहचान का सबसे बड़ा सबूत था, वहीं अब होटल में रूम बुक करने के लिए सिर्फ आधार पर निर्भर नहीं रहा जा सकता। नए नियमों के तहत आपको वैकल्पिक पहचान पत्र दिखाने होंगे, जैसे पासपोर्ट, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस या फिर कोई और सरकारी दस्तावेज। इसका मकसद है कि आपकी पहचान की पुष्टि पूरी तरह से हो और कोई फर्जीवाड़ा न हो सके। होटल वाले अब आपसे अतिरिक्त जानकारी भी मांग सकते हैं, ताकि सिक्योरिटी और पारदर्शिता बनी रहे।

क्यों आए ये नए नियम?

आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये बदलाव की जरूरत क्यों पड़ी? दरअसल, हाल के दिनों में आधार कार्ड के दुरुपयोग की खबरें सामने आई थीं। कुछ लोग फर्जी आधार बनाकर होटलों में ठहरते थे, जिससे सुरक्षा को खतरा पैदा हो रहा था। इसे देखते हुए सरकार ने सख्त कदम उठाया और होटल इंडस्ट्री को नए दिशा-निर्देश जारी किए। अब होटल मालिकों की जिम्मेदारी है कि वो हर ग्राहक की डिटेल्स को अच्छे से चेक करें, ताकि कोई गलत इरादे वाला शख्स फायदा न उठा सके।

आपके लिए क्या बदलेगा?

अगर आप वीकेंड पर घूमने का प्लान बना रहे हैं या फैमिली के साथ ट्रिप पर जा रहे हैं, तो अब थोड़ी तैयारी पहले से करनी होगी। अपने साथ आधार के अलावा दूसरा आईडी प्रूफ जरूर रखें। अगर आपके पास सिर्फ आधार है, तो होटल में दिक्कत हो सकती है। खासकर छोटे शहरों या लोकल होटलों में ये नियम अभी पूरी तरह लागू नहीं हुए हैं, लेकिन बड़े शहरों और चेन होटलों में इसे सख्ती से फॉलो किया जा रहा है। तो बेहतर है कि पहले से चेक कर लें कि आप जिस होटल में जा रहे हैं, वहां क्या मांगा जाएगा।