फेसबुक पर प्यार, घर में हत्या: योगेश रोहिला की चौंकाने वाली कहानी!

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक ऐसी घटना ने सबको हिलाकर रख दिया, जिसे सुनकर हर किसी का दिल दहल जाए। बीजेपी नेता योगेश रोहिला ने अपनी ही लाइसेंसी पिस्टल से अपनी पत्नी और तीन मासूम बच्चों पर गोलियां चला दीं। यह दर्दनाक वारदात शनिवार को हुई, और सोमवार को उनकी पत्नी नेहा रोहिला ने चंडीगढ़ के PGI अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली। इस खौफनाक घटना ने न सिर्फ सांगाथेड़ा गांव को, बल्कि पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया। लोग हैरान हैं कि आखिर एक पति और पिता ऐसा क्रूर कदम कैसे उठा सकता है, खासकर तब जब उसकी सोशल मीडिया पोस्ट्स उसकी फैमिली के लिए प्यार और अपनापन दिखाती थीं।
योगेश रोहिला की फेसबुक पोस्ट्स आजकल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। इन पोस्ट्स में वह अपनी पत्नी नेहा और बच्चों के लिए प्यार भरे शब्द लिखा करता था। कभी बच्चों की मासूम शरारतों की तारीफ, तो कभी पत्नी के साथ बिताए खूबसूरत पलों की बातें- इन पोस्ट्स को देखकर कोई भी यह अंदाजा नहीं लगा सकता कि ऐसा व्यक्ति अपनी ही फैमिली की हत्या कर देगा। लोग अब यह सवाल पूछ रहे हैं कि क्या ये पोस्ट्स सिर्फ दिखावा थीं, या फिर योगेश के मन में कुछ ऐसा चल रहा था जिसे कोई समझ ही नहीं पाया। इस घटना ने समाज में रिश्तों की गहराई और मानसिक हालत पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस के मुताबिक, योगेश ने शनिवार को अपने घर में इस वारदात को अंजाम दिया। उसने पहले अपनी पत्नी नेहा और तीन बच्चों- 11 साल की बेटी श्रद्धा, 6 साल के बेटे देवांश और 4 साल के बेटे शिवांश को गोली मारी। तीनों बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नेहा गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाई गईं। करीब 51 घंटे तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद नेहा भी नहीं बच सकीं। योगेश ने खुद पुलिस को फोन करके इस घटना की जानकारी दी थी। पुलिस ने उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया और उसकी लाइसेंसी पिस्टल जब्त कर ली। जांच में पता चला कि योगेश अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था, जिसे उसने इस हत्याकांड की वजह बताया। लेकिन क्या सिर्फ शक इतना बड़ा कदम उठाने की वजह बन सकता है?
नेहा के परिवार वाले इस घटना से गहरे सदमे में हैं। उनकी बहनों ने योगेश के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग की है। उनका कहना है कि यह हत्या पहले से सोची-समझी थी और योगेश ने जानबूझकर अपने पूरे परिवार को खत्म कर दिया। दूसरी ओर, गांव वालों का कहना है कि योगेश पिछले कुछ दिनों से तनाव में था, लेकिन उसने किसी से अपनी परेशानी साझा नहीं की। यह भी खुलासा हुआ कि योगेश का अतीत भी साफ नहीं है। 2007 में उसके माता-पिता और बहनों की मौत हुई थी, जिसके लिए गांव वाले उसे जिम्मेदार मानते हैं। उसकी पहली पत्नी की भी संदिग्ध हालात में मौत हुई थी। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या योगेश की मानसिक स्थिति पहले से ही ठीक नहीं थी?
यह घटना न सिर्फ एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। सोशल मीडिया पर दिखने वाली खुशहाल जिंदगी असल में कितनी सच होती है, यह समझना जरूरी है। लोग बाहर से सब कुछ ठीक दिखाते हैं, लेकिन अंदर क्या चल रहा होता है, यह कोई नहीं जानता।