वक्फ बिल पर मायावती का बड़ा खुलासा: BSP किसके साथ?

हाल ही में संसद में वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के पास होने के बाद उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। इस विधेयक को लेकर सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी बहस के बाद मायावती ने साफ किया कि उनकी पार्टी का रुख क्या है। यह बयान न सिर्फ राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है, बल्कि आम लोगों के बीच भी सवाल उठा रहा है कि आखिर BSP इस मुद्दे पर किसके साथ खड़ी है?
सरकार की जल्दबाजी पर सवाल
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी बात रखते हुए कहा कि वक्फ बिल को लेकर संसद में हुई चर्चा को सुनने के बाद यह साफ है कि केंद्र सरकार ने इसे पास करने में जल्दबाजी दिखाई। उन्होंने लिखा कि अगर सरकार जनता को इस विधेयक को समझने का पूरा मौका देती और उनके सारे शक-शुबहों को दूर करने के बाद इसे पेश करती, तो यह कदम ज्यादा बेहतर होता। मायावती का मानना है कि इस तरह की पारदर्शिता से न सिर्फ बिल की स्वीकार्यता बढ़ती, बल्कि लोगों का भरोसा भी सरकार पर कायम रहता।
BSP का स्टैंड: मुस्लिम समाज के साथ खड़े होने का वादा
मायावती ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सरकार की मंशा पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इस बिल को जल्दी-जल्दी पास करवाना उचित नहीं था। उनका कहना है कि अगर भविष्य में सरकारें इस विधेयक का गलत इस्तेमाल करती हैं, तो BSP मुस्लिम समाज के साथ मजबूती से खड़ी होगी। यानी, मौजूदा हालात में उनकी पार्टी इस बिल से सहमत नहीं है। यह बयान साफ करता है कि मायावती न सिर्फ सरकार की नीतियों की आलोचना कर रही हैं, बल्कि अल्पसंख्यक समुदाय के हितों को भी प्राथमिकता दे रही हैं।