मौसम विभाग का अलर्ट: बारिश और हवाओं का डबल अटैक, जानें पूरी डिटेल!

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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मौसम विभाग का अलर्ट: बारिश और हवाओं का डबल अटैक, जानें पूरी डिटेल!

Uttarakhand weather

Photo Credit: upuklive


भारत के कई हिस्सों में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है, और मौसम विभाग ने आज और कल यानी 15 और 16 मार्च 2025 को बारिश की संभावना जताई है। इसके साथ ही तेज हवाओं का अलर्ट भी जारी किया गया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रहा है, जो देश के उत्तरी और मध्य क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है। बारिश और तेज हवाओं (rain and strong winds) के चलते जनजीवन पर असर पड़ने की आशंका है, इसलिए सभी से मौसम की ताजा जानकारी पर नजर रखने को कहा गया है।

पिछले कुछ दिनों से मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। जहां एक ओर गर्मी ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया था, वहीं अब अचानक बारिश और ठंडी हवाओं ने माहौल को बदल दिया है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, उत्तर भारत के राज्यों जैसे दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश (light to moderate rainfall) हो सकती है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई है। इन क्षेत्रों में तेज हवाएं (strong winds) चलने की भी संभावना है, जिसकी रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है।

इस मौसमी बदलाव का असर केवल पहाड़ों या मैदानी इलाकों तक सीमित नहीं है। मध्य भारत में भी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में बादल छाए रहने और बूंदाबांदी की उम्मीद है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह स्थिति अगले 48 घंटों तक बनी रह सकती है। ऐसे में किसानों को अपनी फसलों की देखभाल के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि बारिश से फायदा भी हो सकता है और नुकसान भी। खासकर उन इलाकों में जहां गेहूं की कटाई शुरू हो चुकी है, वहां बारिश फसलों को प्रभावित कर सकती है।

शहरों में रहने वाले लोगों के लिए भी यह मौसम कई चुनौतियां लेकर आया है। तेज हवाओं के साथ बारिश से सड़कों पर पानी भरने और यातायात जाम (traffic jams) की समस्या हो सकती है। मौसम विभाग ने लोगों से घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतने की अपील की है। खासकर उन इलाकों में जहां बिजली के तार खुले हैं या पेड़ पुराने हो चुके हैं, वहां हादसों का खतरा बढ़ सकता है। पिछले साल भी ऐसी ही स्थिति में कई जगहों पर पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की खबरें आई थीं।

मौसम विभाग की मानें तो यह पश्चिमी विक्षोभ अगले दो दिनों तक सक्रिय रहेगा, जिसके बाद मौसम में सुधार की उम्मीद है। हालांकि, लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की ताजा अपडेट्स (weather updates) पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि जलवायु परिवर्तन (climate change) के चलते मौसम के मिजाज में यह अनिश्चितता बढ़ती जा रही है। आने वाले दिनों में ऐसे बदलाव और देखने को मिल सकते हैं, जिसके लिए हमें पहले से तैयार रहना होगा।

इस मौसम का असर सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। पड़ोसी देशों में भी इसका प्रभाव देखा जा सकता है। लेकिन अभी हमारा ध्यान अपने देश की स्थिति पर है। अगर आप कहीं बाहर जाने की योजना बना रहे हैं, तो मौसम की जानकारी जरूर ले लें। बारिश और तेज हवाओं के बीच सुरक्षित रहना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।