"मुसलमान इस देश के मालिक हैं" वक्फ विधेयक पर संभल सांसद जियाउर रहमान बर्क

संभल से सांसद जियाउर रहमान बर्क ने वक्फ विधेयक को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उनका कहना है कि यह विधेयक मुस्लिम समाज को कमजोर करने की साजिश है और इसे फौरन वापस लिया जाना चाहिए। बर्क ने अपनी बात को मजबूती से रखते हुए कहा कि जो लोग देश से प्यार नहीं करते थे, वे 1947 में चले गए, लेकिन जो मुस्लिम हिंदुस्तान में रुके, वे इस देश के प्रति वफादार हैं। यह बयान न सिर्फ चर्चा का विषय बन गया है, बल्कि मुस्लिम समाज के अधिकारों की लड़ाई को भी उजागर कर रहा है। आइए जानते हैं कि इस मुद्दे पर उनकी क्या राय है और यह क्यों इतना अहम है।
वक्फ विधेयक: साजिश या सुधार?
जियाउर रहमान बर्क ने वक्फ विधेयक को मुस्लिम समाज पर हमला करार दिया। उनके मुताबिक, इस बिल के जरिए मुस्लिमों के अधिकारों पर पाबंदियां लगाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि यह विधेयक न सिर्फ उनकी धार्मिक आजादी को छीनने की साजिश है, बल्कि समाज को बांटने का भी प्रयास है। बर्क का मानना है कि सरकार को इस तरह के कदम उठाने से पहले मुस्लिम समुदाय की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। उनका यह बयान मौजूदा राजनीतिक माहौल में एक बड़ी बहस को जन्म दे सकता है।
Samajwadi party MP Ziaur Rahman Barq called Muslims the MAALIK of Bharat.
— BALA (@erbmjha) April 2, 2025
Gentle reminder to Abdul -- Bharat kisi ke Abbu ki nahi hai!! pic.twitter.com/pyB4dBY8wu
"हम देश के मालिक हैं, सिर्फ मुस्लिम नहीं"
बर्क ने अपने बयान में एक बड़ी बात कही कि हिंदुस्तान में रहने वाले मुस्लिम इस देश के सिर्फ नागरिक नहीं, बल्कि मालिक हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि 1947 में बंटवारे के वक्त जो लोग देश छोड़कर गए, वे वफादारी में कमजोर थे, लेकिन जो रुके, उन्होंने हिंदुस्तान को अपना घर माना। यह बयान मुस्लिम समाज के आत्मसम्मान और देशभक्ति को दर्शाता है। बर्क का कहना है कि मुस्लिम समाज ने हमेशा देश के लिए योगदान दिया है और अब उनके हक को दबाने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।