हिमानी नरवाल केस में नया मोड़, मां ने कही ये बड़ी बात, सच क्या छिपा रहा है?

हरियाणा में कांग्रेस की युवा कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या ने सबको चौंका दिया है। यह मामला पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में बना हुआ है। हिमानी का शव एक सूटकेस में बंद मिला था, जो रोहतक-दिल्ली हाईवे के पास सम्पला बस स्टैंड के करीब पाया गया। इस घटना ने न सिर्फ उनके परिवार को दुख में डुबो दिया, बल्कि पूरे राज्य में सनसनी फैला दी। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, लेकिन हिमानी की माँ सविता देवी का मानना है कि यह हत्याकांड इतना साधारण नहीं है, जितना इसे बताया जा रहा है। उनका कहना है कि इसके पीछे कोई बड़ी साजिश हो सकती है, और वे इस बात से संतुष्ट नहीं हैं कि जो कारण सामने आया, वही असली वजह है।
माँ की आशंका और सवाल
हिमानी की माँ सविता देवी ने इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कई बड़ी बातें कहीं। उनका कहना है कि उनकी बेटी की हत्या के पीछे जो कहानी सामने आ रही है, वह पूरी सच्चाई नहीं हो सकती। पुलिस ने बताया कि हिमानी की हत्या उनके एक जानकार सचिन ने की, जो हरियाणा के बहादुरगढ़ का रहने वाला है। सचिन ने कबूल किया कि उसने हिमानी को पैसे के विवाद में गला घोंटकर मार डाला और फिर शव को सूटकेस में डालकर फेंक दिया। लेकिन सविता देवी को यह बात हजम नहीं हो रही। उनका कहना है कि हिमानी एक मेहनती और समर्पित लड़की थी, जो कांग्रेस पार्टी के लिए दिन-रात काम करती थी। सविता का मानना है कि उनकी बेटी की बढ़ती लोकप्रियता और पार्टी में उसकी सक्रियता कुछ लोगों को पसंद नहीं आई होगी। वे इस हत्याकांड को एक सोची-समझी साजिश मानती हैं।
पुलिस की जाँच पर असंतोष
सविता देवी ने पुलिस की जाँच पर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने जल्दबाजी में एक आरोपी को पकड़ लिया, लेकिन असली वजह को जानने की कोशिश नहीं की। हिमानी का शव 1 मार्च को मिला था, और इसके दो दिन बाद ही पुलिस ने सचिन को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। सचिन ने बताया कि वह और हिमानी डेढ़ साल से सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे को जानते थे। उसने यह भी कहा कि हिमानी उससे पैसे मांगती थी और उसे ब्लैकमेल कर रही थी। लेकिन सविता का कहना है कि उनकी बेटी ऐसा कुछ नहीं कर सकती थी। वे पुलिस से मांग कर रही हैं कि इस मामले की गहराई से जाँच हो और सच सामने आए। सविता ने यह भी कहा कि जब तक उन्हें पूरा सच नहीं पता चलता, वे अपनी बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करेंगी।
हिमानी का कांग्रेस से जुड़ाव
हिमानी नरवाल कांग्रेस पार्टी की एक सक्रिय कार्यकर्ता थीं। वे पिछले करीब दस साल से पार्टी के साथ जुड़ी हुई थीं। रोहतक के विजय नगर में अपने पैतृक घर में अकेले रहते हुए उन्होंने पार्टी के कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। हिमानी को उस वक्त खास पहचान मिली, जब वे राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में उनके साथ चली थीं। इस दौरान उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं। हरियाणा कांग्रेस के नेताओं ने उन्हें एक मेहनती और निष्ठावान कार्यकर्ता बताया। हिमानी कानून की पढ़ाई भी कर रही थीं और अपने करियर के साथ-साथ पार्टी के लिए भी वक्त निकालती थीं। उनकी माँ का कहना है कि हिमानी ने अपनी जिंदगी पार्टी को समर्पित कर दी थी, और शायद यही बात कुछ लोगों को खटक गई।
साजिश की बात क्यों उठ रही है
सविता देवी ने अपनी बेटी की हत्या को साजिश का हिस्सा बताते हुए कुछ चौंकाने वाली बातें कहीं। उनका कहना है कि हिमानी की पार्टी में बढ़ती लोकप्रियता और बड़े नेताओं से उनकी नजदीकी कुछ लोगों को अच्छी नहीं लगी होगी। सविता ने संकेत दिया कि यह हत्या पार्टी के अंदर से ही किसी ने करवाई हो सकती है। उनका कहना है कि हिमानी के पास कई ऐसे लोग आते थे, जो पार्टी से जुड़े थे या उसके दोस्त थे। सविता को शक है कि इनमें से कोई उनकी बेटी की सफलता से जलता होगा। उन्होंने यह भी बताया कि 27 फरवरी को आखिरी बार हिमानी से उनकी बात हुई थी, जब उसने कहा था कि वह अगले दिन एक पार्टी कार्यक्रम में व्यस्त रहेगी। इसके बाद उसका फोन बंद हो गया, और फिर यह दुखद खबर मिली।
परिवार का दर्द और मांग
हिमानी की हत्या ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। सविता ने बताया कि कई साल पहले उनके बड़े बेटे की भी हत्या हो गई थी, और तब भी उन्हें इंसाफ नहीं मिला। अब हिमानी के साथ ऐसा हादसा होने से उनका दुख और बढ़ गया है। परिवार ने मांग की है कि आरोपी सचिन को सख्त से सख्त सजा दी जाए। हिमानी के भाई जतिन ने कहा कि वे चाहते हैं कि सचिन को फांसी की सजा मिले, ताकि उनकी बहन की आत्मा को शांति मिले। परिवार का यह भी कहना है कि पुलिस को सिर्फ सचिन तक रुकने की बजाय पूरे मामले की तह तक जाना चाहिए। वे मानते हैं कि इस हत्याकांड में और लोग भी शामिल हो सकते हैं।
पुलिस का पक्ष और जाँच
हरियाणा पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। हिमानी की हत्या के बाद एक विशेष जाँच टीम (SIT) बनाई गई, जिसने तेजी से काम करते हुए सचिन को गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि सचिन ने हिमानी को 27 फरवरी की रात उसके घर पर गला घोंटकर मारा। इसके बाद उसने शव को सूटकेस में डाला और 28 फरवरी की रात उसे सम्पला बस स्टैंड के पास फेंक दिया। सचिन ने हिमानी के गहने, फोन और लैपटॉप भी चुराए थे। पुलिस ने बताया कि सचिन के हाथों पर खरोंच और काटने के निशान मिले, जिससे लगता है कि हिमानी ने अपनी जान बचाने की कोशिश की थी। लेकिन सविता का कहना है कि यह पूरी कहानी नहीं हो सकती। पुलिस अभी भी जाँच कर रही है और सचिन से पूछताछ जारी है।