बिहार में आसमान से बरसी आफत: 21 लोगों की मौत, CM ने लिया बड़ा फैसला!

बिहार में पिछले कुछ दिनों से मौसम ने ऐसा कहर बरपाया कि लोगों की सांसें थम गईं। चार जिलों में वज्रपात की घटनाओं ने 21 परिवारों को सदमे में डाल दिया। आसमान से गिरी बिजली ने न सिर्फ लोगों की जान ली, बल्कि पूरे राज्य में दहशत का माहौल बना दिया। इस दुखद घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तुरंत कदम उठाते हुए मुआवजे का ऐलान किया है। आइए जानते हैं कि क्या हुआ और सरकार इससे कैसे निपट रही है।
वज्रपात ने मचाया हाहाकार
बिहार के बेगूसराय, दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर जैसे जिलों में बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने की घटनाएं सामने आईं। खेतों में काम कर रहे किसान, घरों में बैठे लोग और सड़कों पर चल रहे राहगीर इसकी चपेट में आ गए। बेगूसराय और दरभंगा में सबसे ज्यादा 5-5 लोगों की जान गई, जबकि मधुबनी में 4 और समस्तीपुर में भी कई लोग प्रभावित हुए। मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी दी थी, लेकिन इस तबाही को रोक पाना मुश्किल हो गया। यह घटना उन परिवारों के लिए एक बड़ा झटका बनकर आई, जो अपने अपनों को खो बैठे।
CM नीतीश का फौरी एक्शन
इस त्रासदी से निपटने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजी दिखाई। उन्होंने हर मृतक के परिवार को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया। यह राशि भले ही उनके दर्द को कम न कर सके, लेकिन मुश्किल वक्त में आर्थिक सहारा जरूर देगी। नीतीश ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत कार्य तेजी से शुरू हों और प्रभावित इलाकों में हालात पर नजर रखी जाए। उनका कहना है कि ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है।
कैसे बचें इस खतरे से?
वज्रपात कोई नई समस्या नहीं है, लेकिन इसके प्रति लापरवाही भारी पड़ सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के दौरान खुले मैदान में रहने से बचें, पेड़ों के नीचे न खड़े हों और इलेक्ट्रॉनिक सामानों से दूर रहें। अगर मौसम विभाग की चेतावनी आए, तो उसे गंभीरता से लें। बिहार में हर साल ऐसी घटनाएं होती हैं, इसलिए सरकार और जनता दोनों को मिलकर इससे निपटने की तैयारी करनी होगी।