फरवरी माह में स्कूली बच्चों को कुल 4 छुट्टियां मिलेंगी, जो विभिन्न त्योहारों और विशेष अवसरों पर आधारित हैं। 2 फरवरी को बसंत पंचमी का पावन पर्व मनाया जाएगा, जो विशेष रूप से उत्तर भारत में महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन विद्यार्थी बड़े उत्साह के साथ ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करते हैं।
बसंत पंचमी का विशेष महत्व
बसंत पंचमी, जिसे वसंत पंचमी या श्री पंचमी भी कहा जाता है, वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है। यह पर्व हिंदू माह माघ की पंचमी तिथि को मनाया जाता है और विशेष रूप से विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती को समर्पित है। फरवरी के अन्य महत्वपूर्ण त्योहार
12 फरवरी को गुरु रविदास जयंती मनाई जाएगी। गुरु रविदास भक्ति आंदोलन के महान संत थे, जिन्होंने समाज में समानता और सामाजिक सुधार का संदेश दिया।19 फरवरी को शिवाजी जयंती का पर्व मनाया जाएगा। छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्मदिन पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है। वे अपनी वीरता, नेतृत्व और प्रशासनिक कौशल के लिए जाने जाते हैं।26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पावन पर्व है, जो हिंदू कैलेंडर के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस दिन लोग उपवास रखते हैं, प्रार्थना करते हैं और ध्यान करते हैं। भक्तगण शिव मंदिरों में जाकर प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस अवसर पर भी अधिकांश स्कूलों में छुट्टी रहती है। वर्ष 2025 की छुट्टियों का विस्तृत कैलेंडर
शीतकालीन अवकाश के समाप्त होने के साथ ही विद्यार्थी अब नियमित कक्षाओं में लौट रहे हैं। कुछ राज्यों ने ठंड के कारण छुट्टियां बढ़ाई थीं, लेकिन अब अधिकांश स्कूल सामान्य दिनचर्या पर लौट आए हैं।छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपने राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए अवकाश सूची की पुष्टि अवश्य कर लें, क्योंकि विभिन्न राज्यों में छुट्टियों की तिथियों में परिवर्तन हो सकता है। बसंत पंचमी की सांस्कृतिक महत्ता
बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर लोगों को पीले वस्त्र धारण करने चाहिए और देवी सरस्वती की पूजा पीले पुष्पों से करनी चाहिए। इस दिन पतंगबाजी का विशेष महत्व है और लोग पीले व्यंजन भी बनाते हैं।इस पावन दिवस पर लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। यह दिन बच्चों की शिक्षा-दीक्षा के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है। विवाह और नए कार्यों की शुरुआत के लिए भी यह दिन मांगलिक माना गया है। गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्यों के लिए भी यह दिन उत्तम माना जाता है।