सेक्स की लत ने छीनी जान: पत्नी और सास ने कैसे रची हत्या की साजिश?

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने सबको हैरान कर दिया। 37 साल के रियल एस्टेट एजेंट लोकनाथ सिंह की हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया, जिनसे कोई इस तरह के कृत्य की उम्मीद भी नहीं कर सकता था—मृतक की पत्नी यशस्विनी और उसकी सास हेमा भाई। यह मामला न सिर्फ अपराध की दुनिया में चर्चा का विषय बना, बल्कि रिश्तों की नाजुक डोर और विश्वास के टूटने की एक दर्दनाक कहानी भी सामने लाया।
शादी का सपना जो बना कत्ल की वजह
लोकनाथ सिंह और यशस्विनी की शादी कुछ महीने पहले ही हुई थी। 19 साल की यशस्विनी ने अपने माता-पिता की मर्जी के खिलाफ लोकनाथ से शादी की थी, लेकिन ससुराल पहुंचते ही उसे अपने पति की असलियत का पता चला। लोकनाथ के कई महिलाओं से संबंध थे, जिसे लेकर दोनों के बीच आए दिन झगड़े होने लगे। यशस्विनी ने उसे कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन उसकी सेक्स की लत और बाहरी रिश्तों ने हालात को बद से बदतर कर दिया। आखिरकार, हताश होकर यशस्विनी अपने मायके लौट गई। लेकिन लोकनाथ ने उसे चैन से जीने नहीं दिया। वह बार-बार उसे वापस आने का दबाव डालता और उसके माता-पिता को परेशान करता। एक बार तो उसने धमकी तक दे दी कि अगर यशस्विनी नहीं लौटी, तो वह उसकी मां को अपने साथ ले जाएगा। यह बात यशस्विनी और उसकी मां हेमा भाई को इतनी चुभी कि उन्होंने लोकनाथ को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया।
सुनियोजित साजिश और खौफनाक मंजर
22 मार्च को यशस्विनी ने अपने पति से संपर्क किया और उसे बेंगलुरु के पास एक सुनसान जगह पर मिलने बुलाया। लोकनाथ को शायद इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि यह मुलाकात उसकी जिंदगी की आखिरी मुलाकात होगी। दोनों सोलादेवनहल्ली पहुंचे, जहां लोकनाथ ने जमकर शराब पी। इस दौरान उसकी सास हेमा ऑटो में उनका पीछा करती रही। मौका देखते ही यशस्विनी ने पति के खाने में नींद की गोलियां मिला दीं। जब वह नशे और दवा के असर से बेहोश हो गया, तो हेमा ने चाकू से उसके गले पर दो-तीन बार वार कर उसकी जान ले ली। यह खौफनाक वारदात बीजीएस लेआउट में एक निर्माणाधीन इमारत के पास हुई, जहां एक राहगीर ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी।
पुलिस की जांच और सच का खुलासा
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की। शुरुआत में पुलिस को शक था कि हत्या के पीछे लोकनाथ की कारोबारी दुश्मनी या धोखाधड़ी के पुराने मामले हो सकते हैं। लेकिन जब सबूतों के आधार पर यशस्विनी से पूछताछ की गई, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और अपनी मां की भूमिका भी उजागर कर दी। यशस्विनी ने बताया कि वह अपने पति की हरकतों से तंग आ चुकी थी और उससे तलाक लेना चाहती थी। लेकिन लोकनाथ का दबाव और धमकियां उसे बर्दाश्त से बाहर हो गई थीं। इस हत्याकांड में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।