पहलगाम में आतंकी हमला: 26 पर्यटकों की मौत, देश में गम और गुस्सा

जम्मू-कश्मीर का पहलगाम, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए जाना जाता है, 22 अप्रैल 2025 की रात को खून से लथपथ हो गया। एक भयावह आतंकी हमले ने 26 पर्यटकों की जिंदगी छीन ली, जिनमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। यह हमला न केवल पर्यटकों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरा आघात है। स्थानीय लोगों और यात्रियों के बीच दहशत का माहौल है, और देशभर में इस क्रूरता के खिलाफ गुस्सा भड़क रहा है।
क्या हुआ उस रात?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट्स के अनुसार, आतंकियों ने सुनियोजित तरीके से हमला किया। उन्होंने पर्यटकों से उनके नाम पूछे और फिर बेरहमी से गोली मार दी। यह टारगेट किलिंग का स्पष्ट मामला प्रतीत होता है। पहलगाम, जो हमेशा से पर्यटकों के लिए स्वर्ग माना जाता रहा है, इस हमले के बाद सदमे में है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात के सन्नाटे को गोलियों की तड़तड़ाहट ने चीर दिया, और चारों तरफ चीखें गूंजने लगीं।
पाकिस्तान पर उंगलियां
कई सोशल मीडिया पोस्ट्स में इस हमले के पीछे पाकिस्तान की साजिश का शक जताया जा रहा है। कुछ लोगों ने इसे गाजा जैसे हमलों से जोड़ा, जहां टारगेटेड हत्याएं की गई थीं। हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन जनता का गुस्सा पाकिस्तान के खिलाफ उबाल मार रहा है। लोग सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
सरकार और सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया
हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और जांच शुरू कर दी। सरकार ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के इलाज के लिए हर संभव मदद का वादा किया है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह काफी है? पहलगाम जैसे पर्यटक स्थल पर इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? सुरक्षा व्यवस्था में कमी को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।