किसान आंदोलन में गोली लगने से जान गंवाने वाले शुभकरण की बहन को मिली सरकारी नौकरी, बनेंगी कांस्टेबल

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किसान आंदोलन में गोली लगने से जान गंवाने वाले शुभकरण की बहन को मिली सरकारी नौकरी, बनेंगी कांस्टेबल

 Shubkaran singh


बठिंडा (पंजाब) : राज्य सरकार की तरफ से मंगलवार को शुभकरण के परिवार को मुआवजा राशि एवं पुलिस में नौकरी दी गई है। बुधवार को पुलिस में नियुक्ति के लिए गुरप्रीत कौर सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाने पहुंची। 

किसान आंदोलन के दौरान खनौरी बार्डर पर जान गंवाने वाले बठिंडा के गांव बल्लो निवासी शुभकरण सिंह की बहन गुरप्रीत कौर को पंजाब पुलिस में कांस्टेबल बनाया गया है।  राज्य सरकार की तरफ से मंगलवार को शुभकरण के परिवार को मुआवजा राशि एवं पुलिस में नौकरी दी गई है। बुधवार को पुलिस में नियुक्ति के लिए गुरप्रीत कौर सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाने पहुंची। 

सूत्रों के अनुसार शुभकरण की बहन गुरप्रीत कौर बुधवार सुबह पहले पुलिस अस्पताल पुलिस लाइन बठिंडा पहुंची, जहां से पुलिस अस्पताल का एक कर्मी गुरप्रीत का मेडिकल करवाने के लिए उसे सिविल अस्पताल लेकर गया। सूत्रों ने बताया कि गुरप्रीत को पंजाब पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात किया जाएगा। मेडिकल के अलावा गुरप्रीत का डोप टेस्ट भी करवाया गया है। 

इसी वर्ष खनौरी बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी। इसके बाद किसानों ने बडे़ स्तर पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। पीड़ित परिवार को नौकरी एवं मुआवजा राशि ना मिलने से आहत किसानों ने फिर से आप सरकार के खिलाफ धरना लगाने का एलान किया था। उससे पहले ही मंगलवार को सीएम भगवंत मान ने चंडीगढ़ में शुभकरण सिंह के परिजनों एवं किसान नेताओं को बुलाकर मुआवजा राशि का चेक और शुभकरण की बहन गुरप्रीत सिंह को पंजाब पुलिस में नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंप दिया था। 

शुभकरण मामले में एक महिला पुलिस कर्मी हो चुकी है प्रमोट 

सूत्रों ने बताया कि जब शुभकरण सिंह का किसानों द्वारा अंतिम संस्कार नहीं किया जा रहा था और धरना लगाया गया था, तब गांव बल्लो की रहने वाली पंजाब पुलिस की एक महिला कर्मी ने अपने बडे़ अधिकारियों को कुछ ऐसी सूचनाएं मुहैया करवाई थी जिससे पुलिस को किसानों का धरना समाप्त करवा कर शव का अंतिम संस्कार करवाने में मदद मिली थी।

इसके बाद उस महिला पुलिस कर्मी को प्रमोट कर लोकल रैंक एएसआई बना दिया गया था। हालांकि इस बारे में कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।