दुर्गा पूजा कमेटियों को फिर करोड़ों रुपये की मदद देगी बंगाल सरकार: ममता बनर्जी
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की 43 हजार से अधिक दुर्गा पूजा समितियों को वित्तीय मदद देकर हर साल सवालों के घेरे में रहने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर ऐसी ही वित्तीय मदद की घोषणा की है। सोमवार को विभिन्न पूजा समितियों के साथ उन्होंने महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि राज्य की करीब 43 हजार पूजा समितियों को 60-60 हजार रुपये की वित्तीय मदद दी जाएगी।
साथ ही बिजली बिल में भी छूट मिलेगी। कोलकाता और राज्य बिजली बोर्ड से पूजा समितियों को बिजली बिलों में 60 प्रतिशत की छूट देने का अनुरोध किया गया है।
ममता ने नेताजी इंडोर स्टेडियम में शहर की पूजा समितियों के साथ बैठक की। वर्चुअल मीडिया के माध्यम से बैठक में जिला पूजा समिति के आयोजक भी शामिल हुए। वहां मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा कोष खाली है। बताओ, मैं कितना दूंगी?
उसके बाद, उन्होंने घोषणा की कि वित्तीय मदद पिछले साल से 10 हजार रुपये बढ़ाई जाएगी।
बैठक की शुरुआत में ममता ने बिना नाम लिए भाजपा पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि कई लोग बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। कलकत्ता में दुर्गा पूजा नहीं की जाती है। सरस्वती पूजा नहीं की जाती है। मैं कहती हूं, ऐसी पूजा कहीं नहीं होती। यहां एक साल तक पूजा की योजना बनाई जाती है।
मुख्यमंत्री ने राज्य में पूजा की व्यापकता दिखाने के लिए कुछ आंकड़े पेश किए। उन्होंने कहा कि राज्य में 43 हजार पूजा समितियां पंजीकृत हैं। इसके अलावा घर में भी पूजा होती हैं। राज्य में 2,141 पूजा महिलाओं द्वारा संचालित हैं। मैं पुलिस और बड़े क्लबों का आभारी हूं। वे महिलाओं और छोटे क्लबों की मदद करते हैं।
उसके बाद मुख्यमंत्री ने चरणबद्ध तरीके से पूजा योजना की रूपरेखा बताई। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा को इस वर्ष यूनेस्को द्वारा वर्तमान सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया गया है। एक सितंबर को राज्य सरकार ने यूनेस्को को धन्यवाद देने के लिए एक विशाल जुलूस का आयोजन किया जाएगा। ममता ने कहा कि इस बार पूजा एक सितंबर से शुरू होगी। पूजा कैसे हो रही है यह देखने के लिए देश भर से लोग आएंगे। इसलिए हम एक सितंबर को मार्च करेंगे। इस बार जुलूस राजनीतिक नहीं है।