मुख्यमंत्री ने ज्योति चैत्रबन फिल्म स्टूडियो के ऑडियो-विजुअल हब का किया उद्घाटन

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मुख्यमंत्री ने ज्योति चैत्रबन फिल्म स्टूडियो के ऑडियो-विजुअल हब का किया उद्घाटन

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-ज्योति चैत्रबन में 1500 क्षमता वाला ऑडिटोरियम बनाएगी सरकार
 


गुवाहाटी। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने सोमवार को यहां ज्योति चैत्रबन फिल्म संस्थान परिसर में आयोजित समारोह में ज्योति चैत्रबन फिल्म स्टूडियो के अत्याधुनिक ऑडियो-विजुअल हब का लोकार्पण किया। 10 करोड़ की इस परियोजना की शुरुआत 10 नवंबर, 2019 को हुई थी और यह एनईसी द्वारा समर्थित है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑडियो-विजुअल हब का उद्घाटन असमिया फिल्म उद्योग के इतिहास में महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि अब से पूर्वोत्तर के फिल्म निर्माताओं को अपनी फिल्मों की पोस्ट-प्रोडक्शन गतिविधियों के लिए चेन्नई या मुंबई नहीं जाना पड़ेगा। ऑडियो-विजुअल हब में स्थापित अत्याधुनिक सुविधाएं फिल्म निर्माताओं को नवीनतम तकनीक का उपयोग करके अपना पोस्ट प्रोडक्शन करने में सक्षम बनाएंगी। उन्होंने कहा कि ऑडियो-विजुअल हब में फिल्म निर्माताओं को रियायती दरों पर सुविधाएं किराए पर दी जाएंगी, उससे उन्हें राज्य में पिक्चर एडिटिंग, साउंड एडिटिंग, साउंड मिक्सिंग, विजुअल इफेक्ट्स, कलर करेक्शन, ग्राफिक डिजाइनिंग आदि पोस्ट प्रोडक्शन के काम अच्छे से करने में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि, कोरोना महामारी का असर असमिया फिल्म उद्योग पर भी पड़ा है, लेकिन राज्य सरकार उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए कई कदम उठा रही है। असम में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने में ज्योति चित्रबन फिल्म स्टूडियो की भूमिका की सराहना करते हुए डॉ. सरमा ने कहा कि बदलते समय के साथ संस्था खुद को बदल रही है। उन्होंने कहा कि 1961 में स्थापित यह संस्था सांस्कृतिक क्षेत्र की प्रख्यात विभूति ज्योति प्रसाद अग्रवाल के सपने की अभिव्यक्ति थी, जिन्होंने पहली असमिया फिल्म 'जॉयमती' बनाई थी। 1935 में पहली बार प्रदर्शित हुई असमिया फिल्म की यात्रा का उल्लेख करते हुए डॉ. सरमा ने कहा कि वर्षों से फिल्में लोगों की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने वाला माध्यम रही हैं।

डॉ. सरमा ने कहा कि फिल्मों के माध्यम से राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने वालों को श्रद्धांजलि दी जा सकती है, इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार बीर लचित बोरफुकन पर फीचर फिल्म तैयार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ज्योति चित्रबन फिल्म स्टूडियो में 1500 सीटों की क्षमता वाला सभागार भी बनाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने ज्योति चित्रबन फिल्म स्टूडियो को चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अतीत और वर्तमान के विभिन्न व्यक्तित्वों को भी धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर मौजूद सांस्कृतिक मामलों के मंत्री बिमल बोरा ने ज्योति चित्रबन को फिल्म निर्माण का एक संभावित मंच बनाने में राज्य सरकार की भूमिका का उल्लेख किया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद एवं मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव पबित्र मार्घेरिटा, ज्योति चित्रबन फिल्म स्टूडियो सोसायटी के अध्यक्ष विद्यासागर बोरा ने भी विचार रखे।

समारोह में सांस्कृतिक मामलों की सचिव लोया मदुरी, फिल्म अभिनेत्री मृदुला बरुवा सहित कई सिने कलाकार और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।