किन्नरों का प्राथमिकता के आधार पर बने पहचान पत्र : कौशल्यानंद गिरी

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किन्नरों का प्राथमिकता के आधार पर बने पहचान पत्र : कौशल्यानंद गिरी

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प्रयागराज। किन्नरों का पहचान पत्र प्राथमिकता के आधार पर जिला प्रशासन बनवाए। जिससे उनको अपनी पहचान के लिए एक पहचान पत्र मिल सके और वह सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें। पहचान पत्र होने से सरकारी योजनाओं का लाभ भी सुगमता से मिल जाता है।

यह बातें किन्नर वेलफेयर बोर्ड उप्र की वरिष्ठ सदस्य एवं किन्नर अखाड़ा उप्र की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्या नंद गिरी ने कौशाम्बी जिला मुख्यालय पर पुलिस-प्रशासन सहित सभी विभागीय अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए गुरुवार को कही। उन्होंने कहा कि किन्नरों को सभी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए क्योंकि वह इसके दायरे में आते हैं। उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उनको दवाइयां दी जाए। शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर किन्नर समाज अब बहुत गंभीर हो गया है, ऐसे में जो पढ़ना चाहते हैं उनके लिए व्यवस्थाएं की जाये।

उन्होंने कहा कि किन्नरों को सबसे ज्यादा परेशानी कहीं आने-जाने के दौरान टॉयलेट की होती है। ऐसे में जहां पुरुष और महिलाओं के टॉयलेट बने हों वहीं पर किन्नरों के लिए भी एक अलग से टॉयलेट बनाया जाए, जिससे कोई परेशानी उनको ना होने पाए।

किन्नर बोर्ड की सदस्य ने कहा प्रदेश सरकार की ओर से बहुत सारी योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन उसका लाभ किन्नरों को नहीं मिल रहा है। इसलिए अब अफसर यह सुनिश्चित करें कि किन्नरों को भी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक परेशानियां दूर हो सके। उन्होंने कहा कि वह अभी तक प्रदेश के कई जिलों में बैठक करके पुलिस, प्रशासन सहित अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ वहां की किन्नरों की समस्याएं सुनी और उनका निस्तारण शीघ्र करके मदद करने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि 8 अगस्त को सर्किट हाउस प्रयागराज में शाम 4 बजे प्रशासन सहित सभी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक है। बैठक में प्रशासन, पुलिस सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।