झामुमो के पास हैं कई विकल्प : सुप्रियो भट्टाचार्य
रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि निर्वाचन आयोग जो भी निर्णय देगा, उस पर हमारे पास कई विकल्प उपलब्ध हैं। आधिकारिक तौर पर चुनाव आयोग का निर्णय आने दीजिए, उसके बाद हम हर सवाल का जवाब देंगे। भट्टाचार्या गुरुवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में ही सरकार चलेगी।
उन्होंने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग ने हेमंत सोरेन की सदस्यता को लेकर क्या अनुशंसा की है, इसके बारे में भाजपा के एक सांसद पहले से कैसे ट्विट कर रहे हैं? यह आपराधिक कृत्य है, जिसपर चुनाव आयोग को तत्काल संज्ञान लेना चाहिए। ऐसा ना होने से संवैधानिक संस्था की विश्वसनीयता और साख पर संकट खड़ा हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक सांसद को ईसीआई के पत्र में क्या लिखा है सारा कुछ पता है। ट्वीटर के जरिये सारी जानकारी दे रहे हैं। ये तो ईसीआई की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा हो गया है। इसको उन्हें क्लियर करना चाहिये। उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों की साख खतरे में है, उन्हें साबित करना होगा कि वो निष्पक्ष हैं।
संघर्ष झामुमो का आभूषण
भट्टाचार्य ने कहा कि 1972 से कोई एक रात नहीं, जब हम आराम से सोए हों। झामुमो का गोल्डेन जुबली ईयर चल रहा है। संघर्ष और संग्राम से हमारा चोली-दामन का साथ है। संघर्ष हमारा आभूषण है। हमारी पार्टी का जन्म संघर्ष के लिये ही हुआ है। सांसद विजय हांसदा ने कहा कि सरकार पूरी तरह स्थिर है। हमारे साथ जनता का आशीर्वाद है और हम जनता से किए अपने वादों को पूरा करने के प्रति कृतसंकल्प है।
विजय हांसदा ने कहा कि निर्णय चाहे जो भी आये उसके लिए पार्टी पूरी तरह से तैयार हैं। संविधान हमारा मजबूत नींव के साथ तैयार हुआ है। संवैधानिक संस्थाओं से पहले कुछ लोग फैसले के बारे में बोलते हैं तो हम सोचने को मजबूर हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार गिर सकती है लेकिन हमारे नेता बहुत मजबूती के साथ खड़े हैं, जो जनादेश हमें मिला है हम उसके लिए काम कर रहे हैं। जनता का विश्वास मजबूत होता जा रहा है।