हजारों लागों ने दी शहीद सतपाल को अंतिम विदाई

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हजारों लागों ने दी शहीद सतपाल को अंतिम विदाई

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झुंझुनू। राजौरी (जम्मू-कश्मीर) में आतंकी हमले में घायल हुए राजपूताना राइफल्स के जवान और राजस्थान में झुंझुनू जिले के रहने वाले 39 साल के हवलदार सतपाल सिंह का मंगलवार को उनके पैतृक गांव जैतपुरा में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। पिछले करीब 10 दिन से उनका इलाज आर्मी हॉस्पिटल में चला पर उन्हें बचाया नहीं जा सका। शहीद सतपाल के बेटे शांतनू ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान 11 राज राइफल्स के रिटायर्ड जवानों के साथ लोगों ने नारे लगाकर नम आंखों से विदाई दी।

इससे पहले शहीद की पार्थिव देह गमगीन माहौल में दोपहर घर लाई गई। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोग उमड़ पड़े। बच्चे, युवा, महिलाएं, बड़े-बुजुर्ग तिरंगा हाथ में लिए भारत की माता की जय... सतपाल अमर रहें... जैसे नारे लगा रहे थे। घर पर परिवार की महिलाएं-पुरुष और गांव के लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद के अंतिम दर्शन किए। अंतिम दर्शन के बाद वीरांगना विंतोष बेसुध हो गईं।

सेना के अधिकारियों ने शहीद के बड़े भाई नायब सुबेदार राजेश कुमार, बेटे शांतनु, भतीजे नीरव को तिरंगा झंडा सौंपा। शहीद की वीरांगना विंतोष गृहिणी हैं। 15 साल की बेटी प्रीत 11वीं में पढ़ रही है जबकि बेटा शांतनु (12) नौवीं क्लास में। दोनों बच्चे पिलानी में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। शहीद की माता का नाम बादामी देवी है।

सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा, जिला कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुडी, पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा, सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया, बुहाना प्रधान हरिकृष्ण यादव, सूरजगढ़ प्रधान सत्यवान सिंह ने शहीद हवलदार सतपाल सिंह के पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको नमन किया। इस दौरान राज्य मंत्री ने गुढा ने कहा कि शहीद की वीरांगना को ईश्वर संबल दे। इस नुकसान की पूर्ति नहीं की जा सकती है। हमें गर्व है कि शहीद सतपाल का परिवार सेना को समर्पित है। शहीद के अंतिम संस्कार के दौरान अंत्येष्टि स्थल पर काफी संख्या में लोग पहुंचे। शहीद वीरांगना विंतोष देवी ने हाथ जोड़कर शहीद पति के अंतिम दर्शन किए। शहीद सतपाल सिंह की पार्थिव देह बुहाना से तिरंगा यात्रा के साथ उनके घर लाई गई। इसमें काफी संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे।

बुहाना थाना से सुबह 9 बजे शहीद की पार्थिव देह को तिरंगा यात्रा के साथ पैतृक गांव जैतपुरा के लिए रवाना हुयी। बुहाना से जैतपुरा तक के 15 किलोमीटर के रास्ते में हजारों लोग शहीद को श्रद्धांजलि देने उमड़ पड़े। शहीद की अंतिम यात्रा में चल रहा जनसमुदाय भारत माता की जय और शहीद सतपाल सिंह जिंदाबाद के जयकारों के साथ लोग तिरंगा यात्रा में चल रहे हैं। शहीद सतपाल सिंह की पार्थिव देह सोमवार शाम को जम्मू से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पहुंची। जहां पर 11 राजपूताना राइफल्स के ब्रिगेडियर, सेंटर कमांडेंट व मेजर जनरल, दिल्ली एरिया जीओसी ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद पार्थिव देह देर रात बुहाना थाना लाई गई।