मंत्री ने बाढ़ प्रभावित बांधों की सूची बनाने और मरम्मत के उपाय का दिया निर्देश

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मंत्री ने बाढ़ प्रभावित बांधों की सूची बनाने और मरम्मत के उपाय का दिया निर्देश


मंत्री ने बाढ़ प्रभावित बांधों की सूची बनाने और मरम्मत के उपाय का दिया निर्देश


मंत्री ने बाढ़ प्रभावित बांधों की सूची बनाने और मरम्मत के उपाय का दिया निर्देश


गुवाहाटी, 23 जून (हि.स.)। असम के जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने गुरुवार को दरंग जिला के सिपाझार निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत कई क्षेत्रों का दौरा किया और ननई और शाकतोला नदियों के बाढ़ से क्षतिग्रस्त बांधों का निरीक्षण करते हुए बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।

मंत्री ने सबसे पहले पाथरीघाट राजस्व क्षेत्र के चंगेलीझार क्षेत्र में ननई नदी पर बने बांध के टूटे हिस्से का निरीक्षण किया और मुख्य अभियंता एवं विभाग के अन्य अधिकारियों से बांध के शीघ्र पुनर्निर्माण करने के निर्देश दिये।

बाद में उन्होंने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की नौकाओं की मदद से हजारिकापारा क्षेत्र में एनएच-15 से शाकतोला नदी बांध के टूटने से उत्पन्न बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों से बातचीत भी की।

मंत्री ने जिला उपायुक्त और विभागीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि बाढ़ पीड़ितों को सरकार से भोजन, चिकित्सा उपचार, पेयजल, आश्रय आदि सभी आवश्यक सुविधाएं प्राप्त हों। मंत्री ने जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता को असम में सभी बाढ़ प्रभावित बांधों की सूची तैयार करने और जल्द ही बांधों की मरम्मत के लिए अस्थायी कार्य शुरू करने का भी निर्देश दिया, ताकि बारिश के मौसम में बांधों के साथ लोगों को यातायात बहाल किया जा सके।

हजारिका ने कहा कि वह हर पल दरंग जिला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की देखभाल कर रहे हैं और विभाग को पहले ही ननई और शकटोला नदियों के टूटे हुए तटबांधों के अस्थायी मरम्मत का निर्देश दे चुके हैं।

मंत्री ने कहा कि मरम्मत का काम केवल बरसात के मौसम में लोगों को अस्थायी राहत के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि बांध के स्थायी मरम्मत और पुनर्निर्माण का कार्य दिसंबर माह में शुरू होने की संभावना है।

बांधों के पुनर्निर्माण में अनियमितता के संबंध में पूछे गये एक सवाल के जवाब उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में किए गए अस्थायी कार्य कभी भी स्थायी नहीं हो सकते और इन अस्थायी कार्यों के आधार पर विभाग पर इस तरह के आरोप लगाना उचित नहीं है।

मंत्री हजारिका ने कहा कि सरकार देश में जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। मध्य असम और उत्तर और दक्षिण असम में 30 ऐसे स्थान हैं जहां बाढ़ के पानी ने बांध तोड़ दिए हैं।

वहीं जिला उपायुकत के साथ जिला प्रशासन की तत्परता तथा विधायकों की दिन रात काम करने के कारण इलाके की 50 से भी अधिक स्थान में नदी बांध को टूटने से बचाये जाने का भी उन्होंने जिक्र किया।

मंत्री के साथ स्थानीय संसद दिलीप सैकिया, विधायक परमानंद राजवंशी, दरंग जिला के उपायुक्त, जलसंसाधन विभाग के मुख्य अभियंता तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/देबोजानी/ अरविंद