फतेहाबाद: सेवा बहाली व बकाया मानदेय को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स ने किया रोष प्रदर्शन

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फतेहाबाद: सेवा बहाली व बकाया मानदेय को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स ने किया रोष प्रदर्शन


फतेहाबाद: सेवा बहाली व बकाया मानदेय को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स ने किया रोष प्रदर्शन


मानदेय में 75 प्रतिशत कटौती कर वर्कर्स के साथ धोखा कर रही है सरकार: सुनीता झलनियां

फतेहाबाद, 24 जून (हि.स.)। बर्खास्त आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की बहाली, बकाया मानदेय जारी करवाने और अन्य मांगो को लेकर जिलेभर की आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स द्वारा शुक्रवार को फतेहाबाद में जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय पर रोष प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन की अध्यक्षता आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स यूनियन की जिला प्रधान सुनीता झलनिया, माया पुनिया व दमयंती ने संयुक्त रूप से की।

इस दौरान वर्कर्स ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष जताया और महिला एवं विकास विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि हड़ताली कर्मियों के मानदेय में 75 प्रतिशत की कटौती धोखाधड़ी है। क्योंकि विभाग ने पहले पत्र जारी 25 प्रतिशत मानदेय काटकर देने की बात कही थी लेकिन अब विभाग ने पत्र जारी कर मानदेय में 75 प्रतिशत कटौती कर मानदेय जारी करने की बात कही है। विभाग की इस वायदाखिलाफी की यूनियन ने कड़े शब्दों में निंदा की और मांग की कि 100 रुपये महीना कटौती के साथ मानदेय जारी किया जाए।

जिला प्रधान सुनीता झलनियां, माया पूनियां व दमयंती ने कहा कि हरियाणा सरकार और विभाग जानबूझकर हजारों महिलाओं का मानसिक व आर्थिक शोषण कर रहा है। बिना वजह राज्य की 975 वर्कर्स और हेल्पर्स को नौकरी से बाहर बैठा रखा है। 4 अप्रैल को विभागीय अधिकारियों व सरकार के अनुरोध पर उन्होंने आंदोलन वापस ले लिया गया था। उस समय सरकार की ओर से आश्वस्त किया गया था कि किसी को भी नौकरी से बाहर नहीं किया जाएगा, लेकिन 3 महीने से बहाली लटकी हुई है जबकि एक कलम से बहाल करने की बात की गई थी। इसके अलावा 100 रुपये कटौती के साथ मानदेय जारी करने की बात से भी सरकार मुकर रही है। मानदेय में 75 प्रतिशत कटौती की जा रही है जोकि उनके साथ धोखा है।

सर्व कर्मचारी संघ के पूर्व प्रधान एवं सीटू नेता बेगराज ने मांग की कि सरकार बर्खास्त 975 आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स को तुरंत बहाल करे। दिसम्बर से मार्च तक का मानदेय 100 रुपये महीना कटौती के साथ जारी किया जाए। आंदोलन के दौरान बने पुलिस मुकदमे वापस हो। प्रदर्शन में मुख्य रूप से सुनीता झलनिया, माया पुनिया, दमयंती धारनिया, पम्मी लालवास, सुलोचना गाजूवाला, अनीता जाखल, ओमप्रकाश अनेजा, बलबीर सिंह, हरपाल सिंह, धर्मपाल, जंगीर सिंह आदि ने भी संबोधित किया।

हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव