निरमंड में पहाड़ी दरकने से खतरे की जद में 50 घर

कुल्लू, 09 अगस्त (हि.स.)। जिला कुल्लू की निरमंड तहसील के अंतर्गत आने वाले दूर दराज गांव में बरसात भारी तबाही मचा सकती है। करीब 4 दर्जन रिहायशी मकानों पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। लोगों ने खतरे को देखते हुए सुरक्षित ठिकानों में पनाह ले ली है।
जिला कुल्लू के दुर्गम क्षेत्र की लोट पंचायत के गवाल गांव के ठीक ऊपर पहाड़ी दरकने लगी है। जहां पहाड़ी में करीब 15 फुट दरार आ चुकी है और करीब 100 मीटर के दायरे में यह दरार आकर पहाड़ी खिस्कने लगी है। जिस कारण पहाड़ी के ठीक नीचे बसे गवाल गांव को खतरा पैदा हो गया है।
खतरे को भांपते हुए लोगों ने गांव के करीब 50 घरों को खाली कर दिया है लोग अपने गांव और घर छोड़ कर सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए हैं। पहाड़ी से भारी मात्रा में मलवा गांव की ओर आने को तैयार है जिसमें बड़ी बड़ी चटटाने भी शामिल है।
प्रशासनिक अधिकारियों की माने ते सबसे ज्यादा खतरा दो बड़ी बड़ी चट्टानों से से हैं जो अपनी जगह से खिसक चुकी है। अगर ये चटटाने नीचे गिरी तो ये गांव में तबाही मचा सकती है। ऐसे में प्रशासन ने इन चटटानों को तोड़ने की योजना बना रही है ताकि गांव पर से खतरा टल जाए।
मंगलवार को एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह पूरी प्रशासनिक टीम के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। नायब तहसीदार निरमंड टेक चंद ने बताया कि पहाड़ी में दरार्रें आने के कारण यहां गांव के करीब 50 घरों को खतरा बना हुआ है। गांव के सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रिश्तेदारों के यहां ठहराया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / जसपाल/उज्जवल