आर्टिरी ब्लॉकेज से पीडित 75 वर्षीय बुजूर्ग को एफएफआर तकनीक से मिली नई जिंदगी

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आर्टिरी ब्लॉकेज से पीडित 75 वर्षीय बुजूर्ग को एफएफआर तकनीक से मिली नई जिंदगी


आर्टिरी ब्लॉकेज से पीडित 75 वर्षीय बुजूर्ग को एफएफआर तकनीक से मिली नई जिंदगी


कुल्लू,14 मई (हि.स.)। फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली में कार्डियोलॉजी टीम ने फ्रैक्शनल फ्लो रिजर्व (एफएफआर) के माध्यम से गंभीर आर्टिरी ब्लॉकेज (धमनी रुकावट) के लिए कुल्लू की स्थित 75 वर्षीय राम कुमारी को एक नई जिंदगी प्रदान की है।

कार्डियोलॉजी टीम का नेतृत्व डॉ. आर.के.जसवाल, हैड, डायरेक्टर, कार्डियोलॉजी; और डायरेक्टर, कैथलैब्स, फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली ने फोर्टिस मोहाली में उपलब्ध फ्रैक्शनल फ्लो रिजर्व (एफएफआर) की सबसे एडवांस्ड तकनीक का उपयोग करके रोगी का सफलतापूर्वक इलाज किया।

फ्रैक्शनल फ्लो रिजर्व का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि क्या हृदय रोगी को स्टेंट या बाईपास सर्जरी की आवश्यकता है, या उपचार के दौरान केवल दवाएं दी जानी चाहिए। इस प्रोसीजर को संकुचित धमनी के अंदर डाले गए एक प्रेशर वायर द्वारा किया जाता है और रुकावट के कारण धमनी में रक्त के प्रवाह में वास्तविक कमी का आकलन करता है।

रोगी को उच्च रक्तचाप के इतिहास के साथ-साथ सांस और सीने में बेचैनी की निश्चित परिश्रम की कमी के साथ हॉस्पिटल में लाया गया था। एक 64 स्लाइस सीटी एंजियोग्राफी-नॉन-इनवेसिव टेस्ट जो धमनियों में रुकावटों का पता लगाने में मदद करता है-लेफ्ट एंटीरियर डिसेंडिंग (एलएडी) आर्टिरी की महत्वपूर्ण नैरोइंग यानि सिकुडन को प्रकट करता है।उसके बाद उनको फोर्टिस मोहाली में भर्ती कराया गया, जहां इस साल 7 मई को उनकी कैथेटर एंजियोग्राफी की गई थी।

कैथेटर एंजियोग्राफी एक आक्रामक प्रक्रिया है जो हृदय रोग विशेषज्ञ को यह देखने की अनुमति देती है कि ब्लड वेसल्स (रक्त वाहिकाएं) हृदय को रक्त की आपूर्ति कितनी अच्छीतरह करती हैं। इस प्रक्रिया में एलएडी धमनी के 70 प्रतिशत तक की रुकावट का पता चला। केवल एंजियोग्राफी के आधार पर ये आकलन किया गया कि मरीज की एलएडी केस्टेंटिंग की जा सकती है।

इस केस पर चर्चा करते हुए, डॉ. जसवाल ने कहा कि ‘‘एफएफआर का उपयोग आगे मूल्यांकन करने के लिए किया गया था कि स्टेंट लंबे समय में रोगी को लाभ या नुकसान पहुंचाएगा या नहीं। एफएफआर और रिलेटिव फ्लो रिजर्व (आरएफआर) दोनों ने स्थापित किया कि रोगी केवल चिकित्सा उपचार पर स्टेंटिंग के बिना अच्छा कर सकता है।’’

मरीज को उसी दिन फोर्टिस मोहाली से छुट्टी दे दी गई थी। इलाज के बाद वह ठीक है और पूरी तरह से सामान्य जीवन जी रही है।

मेडिकल परिणामों के अनुसार, असामान्य एफएफआर के साथ धमनियों में महत्वपूर्ण रुकावट, यदि स्टेंट नहीं है, तो जीवन और खराब परिणाम के लिए जोखिम पैदा कर सकताहै। इसके विपरीत, एफएफआर के साथ हार्ट आर्टिरी की रुकावट जो गंभीर रूप से कम नहीं होती है, इस एडवांस्ड तकनीक के माध्यम से मेडिकल तौर पर प्रबंधित की जा सकती है।

एफएफआर के साथ, सभी रोगियों में से लगभग 25-30 प्रतिशत जो अन्यथा उनके एंजियोग्राफी परिणामों के आधार पर स्टेंटिंग के लिए उम्मीदवार हैं, मेडिकल उपचार परसमाप्त होते हैं। इसलिए, अनावश्यक स्टेंटिंग से बचना चाहिए और बेहतर दीर्घकालिक परिणाम प्राप्त करने चाहिए।

एडवांस्ड उपचार विकल्प पर चर्चा करते हुए, डॉ.जसवाल ने कहा कि ‘‘एफएफआर फोर्टिस मोहाली जैसे चुनिंदा अस्पतालों में उपलब्ध है। यह दुनिया में प्रसिद्ध और इंटरनेशनलगाइंडलाइंस द्वारा अनुशंसित उद्देश्य और नैतिक तरीके से हार्ट आर्टिरीज (हृदय की धमनियों) को स्टेंट करने में अत्यधिक उपयोगी है।

हिन्दुस्थान समाचार / जसपाल/उज्जवल