कालाबाजारी में एकछत्र राज कायम करने के लिए हुई थी रंजीत की हत्या

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कालाबाजारी में एकछत्र राज कायम करने के लिए हुई थी रंजीत की हत्या


कालाबाजारी में एकछत्र राज कायम करने के लिए हुई थी रंजीत की हत्या


धनबाद, 15 मई (हि.स.)। धनबाद जेल में बंद भोलू यादव और सद्दाम ने दोस्त विजय गर्ग के काला साम्राज्य में रोड़ा बन रहे रंजीत साव की हत्या करने की न सिर्फ योजना बनाई, बल्कि हत्या करवा भी दिया। बदमाशों ने 70 हजार रुपये में टायर व्यवसाई रंजीत की हत्या की थी।

धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार ने आज रंजीत हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि झरिया का विजय गर्ग जन वितरण प्रणाली के राशन की कालाबाजारी का मास्टर माइंड है। वह एकछत्र राज कायम करना चाहता था। पीडीएस के अनाज की कालाबाजारी करने के आरोप में विजय गर्ग हाल ही में जेल भी गया था। जेल में वह भोलू यादव के साथ रहता था। इसी दौरान उसने भोलू यादव से रंजीत साव की हत्या कराने की बात की। जेल में ही यह प्रोग्राम सेट हो गया।

जमानत पर जेल से विजय गर्ग के छूटने के बाद भोलू यादव ने उससे संपर्क किया और एक व्यक्ति के यहां एक लाख रुपये पहुंचा देने की बात कही। विजय गर्ग ने उतनी राशि पहुंचा दिया। बाद में भोलू यादव के भाई और हुमायूं खान ने उस व्यक्ति से रुपये ले लिया, जिसमें से भोलू यादव के भाई को 30 हजार और हुमायूं को 70 हजार मिले। योजना के मुताबिक दो शूटरों ने रंजीत साव को गोली मार दी। भोलू प्लान के मुताबिक दोनों शूटरों को सुरक्षित बोकारो तक भिजवा दिया।

एसएसपी संजीव कुमार ने घटना के बाद तत्काल रिश्मा रमेष्ण (सिटी एसपी) और सिंदरी डी एसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया और टेक्निकल सेल के सहयोग से अपराधियों का सुराग ढूंढने में सफल हुए। दूसरी ओर एसएसपी ने न्यायालय में कुछ लोगों का 164 के तहत बयान भी दर्ज करवा दिया। रंजीत हत्या कांड में शामिल भोलू और सद्दाम पहले से ही जेल में बन्द हैं। हुमायूं और विजय गर्ग को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हुमायूं के पास से बरामद पिस्टल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल झा