झारखंड के गिरफ्तार अधिवक्ता से पूछताछ में खुलासा, रुपये के लेन-देन में शामिल हैं ईडी के अधिकारी भी
कोलकाता, 08 अगस्त (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के पार्क सर्कस इलाके के एक शॉपिंग मॉल से 50 लाख रुपये नगदी के साथ गिरफ्तार किए गए रांची हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता राजीव कुमार से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
पता चला है कि रुपये के लेन-देन में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक वरिष्ठ अधिकारी शामिल है। कोलकाता पुलिस सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि डिप्टी डायरेक्टर रैंक के उस अधिकारी से पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया है। उनका नाम सुबोध कुमार है। फिलहाल वह ओडिशा में कर्तव्य रत हैं। पता चला है कि झारखंड में पोस्टिंग के समय उन्होंने रुपये के लेनदेन में मध्यस्थता की थी। कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि सुबोध कुमार को नोटिस भेज दिया गया है। उन्हें अपने घर पर ही रहने को कहा गया है। कोलकाता पुलिस के अधिकारी उनके घर जाएंगे और पूछताछ करेंगे।
उल्लेखनीय है कि गत रविवार की रात राजीव कुमार को कोलकाता पुलिस की एंटी रावडी स्क्वायड (एआरएस) और हेयर स्ट्रीट थाने की पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार किया था। उनके बैग से 50 लाख रुपये मिले थे। आरोप है कि कोलकाता के सॉल्ट लेक में रहने वाले कारोबारी के खिलाफ उन्होंने रांची हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई थी और उस याचिका को वापस लेने की मांग पर ब्लैकमेलिंग कर रहे थे। एक करोड़ रुपये में बात बनी थी और उसका पहला किस्त लेने के लिए वह कलकत्ता आए थे जहां उन्हें गिरफ्तार किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा