हावड़ा के ग्रामीण इलाकों में स्कूलों की बदहाल दशा, छात्र परेशान

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हावड़ा के ग्रामीण इलाकों में स्कूलों की बदहाल दशा, छात्र परेशान


हावड़ा के ग्रामीण इलाकों में स्कूलों की बदहाल दशा, छात्र परेशान


हावड़ा, 05 अगस्त(हि.स.)। कोरोना के कारण करीब दो साल से छात्र स्कूल नहीं जा सके थे। संक्रमण नियंत्रण में आने के बाद आखिरकार कक्षा के दरवाजे खुल तो गए हैं, लेकिन राज्य के कई स्कूलों में छात्रों को तरह-तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कहीं शिक्षकों की कमी है तो कहीं क्लासरूम तक नहीं हैं। ऐसा ही हाल हावड़ा के एक स्कूल का है। नदी के तट के कटाव के कारण अस्थायी स्थान पर कक्षाएं लगानी पड़ती हैं। किसी तरह पढ़ाई चल रही है, लेकिन कई छात्र नियमित रूप से कक्षा में नहीं आ रहे हैं।

हावड़ा में श्यामपुर के ब्लॉक नंबर एक में बासुदेवपुर प्राथमिक विद्यालय नदी के बहुत करीब स्थित है। मानसून के दौरान भारी बारिश के कारण बड़ी नदी का किनारा कटने की वजह से पानी स्कूल के पास तक पहुंच गया है। स्कूल कभी भी नदी में डूब सकती है। इसलिए प्रशासन ने स्कूल को स्थानांतरित कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि 20 मार्च को हावड़ा श्यामपुर के उस इलाके में हुगली नदी का तटबंध करीब 100 मीटर टूट गया था। ग्रामीणों की शिकायत है कि सिंचाई विभाग ने बांध की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है, लेकिन काफी धीमी गति से। मानसून में अक्सर नदी भयानक रूप धारण कर लेती है। जिसे देख गांव के लोगों को डर है कि कहीं बांध फिर से टूट न जाए। वर्तमान में क्षेत्र के एक क्लब में कक्षाएं चल रही हैं। क्लब के दो कमरों में पांच कक्षाएं चल रही हैं। टेबल और कुर्सियों की कोई व्यवस्था नहीं है। एक छात्र ने बताया कि यहां बैठने की जगह नहीं है। मुझे पैर मोड़कर बैठना पड़ता है। अभिभावकों का दावा है कि गांव से दूर कक्षाओं की व्यवस्था की गई है। वहां रोजाना बच्चों को भेजना संभव नहीं है।

पंचायत प्रधान शिखा प्रमाणिक ने बताया कि बांध की मरम्मत का काम चल रहा है। पंचायत द्वारा स्कूल को स्थानांतरित करने की व्यवस्था की गई है। हालांकि, वह यह नहीं बता पा रही हैं कि स्कूल कब खुलेगा ।

इस संदर्भ में भाजपा ने सत्तारूढ़ तृणमूल पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार का शिक्षा व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं है। राज्य की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। बच्चों की पढ़ाई कैसे आगे बढ़ेगी, इसे लेकर राज्य सरकार को कोई चिंता ही नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार/ भानुप्रिया