भगवान विष्णु और हनुमान जी के अलावा इन देवताओं को गलती से भी ना अर्पित करें तुलसी

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भगवान विष्णु और हनुमान जी के अलावा इन देवताओं को गलती से भी ना अर्पित करें तुलसी

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Vastu Tips : हिंदू धर्म में तुलसी का बहुत महत्व बताया गया है। सभी घर के आंगन, बालकनी और गमले में तुलसी का पौधा लगाया जाता है। तुलसी का पौधा भगवान विष्णु को प्रिय है। कहा जाता है कि तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है। साथ ही तुलसी भगवान विष्णु से लेकर हनुमान जी को खूब पसंद है। अगर आप तुलसी के पत्ते को भगवान श्री कृष्ण विष्णु एवं हनुमानजी को अर्पित करते हैं तो वह जल्द ही आपसे प्रसन्न होकर आपकी मनोकामना को पूरा करते हैं।

लेकिन इन देवताओं के अलावा कुछ ऐसे भी देवता हैं जिन्हें शास्त्रों में तुलसी का पत्र अर्पित करने से मना किया गया है। कहा जाता है कि इन्हें तुलसी पत्र अर्पित करने से यह नाराज हो जाते हैं और व्यक्ति के जीवन में दिक्कतों का पाहाड़ खड़ा हो जाता है। हिंदू शास्त्र के मुताबिक भगवान कृष्ण और विष्णु को तुलसी पत्र के बिना पूजा करना अधूरी मानी गई है। वहीं कुछ देवता ऐसे हैं जो तुलसी के पत्ते अर्पित करने से रूठ जाते हैं।

आइए जानते हैं कि देवताओं को आप को तुलसी के पत्र अर्पित नहीं करना चाहिए। धार्मिक शास्त्रों में हर देवी देवताओं के अलग-अलग अपनी-अपनी प्रिय चीज है जिसे अर्पित करने से उनकी कृपा जल्दी प्राप्त होती है। सभी दुख दूर होते हैं। जैसे भगवान श्री कृष्ण और विष्णु को तुलसी का पसंद है। वैसे ही भगवान शिव और गणेश जी को तुलसी का पत्र बिल्कुल भी अर्पित नहीं करना चाहिए। भगवान शिव को बेलपत्र और गणेश जी को दूर्वा अर्पित करनी चाहिए।

क्यों नहीं करनी चाहिए तुलसी के पत्ते अर्पित

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक गणेश जी गंगा नदी के तट पर जब तपस्या कर रहे थे तब एक बार माता तुलसी विवाह के लिए भ्रमण पड़ गई थी गणेश जी को देखकर मोहित हो गई और उनकी तपस्या को भंग कर दी थी। जिसके बाद गणेश जी के समक्ष तुलसी ने विवाह का प्रस्ताव रखा था। गणेश जी ने तुलसी के विवाह के प्रस्ताव को ठुकरा दिया और कहा कि मैं ब्रह्मचारी हूं इस बात से क्रोधित होकर तुलसी ने गणेश जी को दो शादी होने का श्राप दे दिया था।

इतना ही नहीं, कहा गया है कि गणेश जी की शादी एक असुर से होगी यह बात सुनकर गणेश भगवान परेशान हो गए और उन्होंने तुलसी से माफी मांगी। ऐसे में गणेश जी ने माफी मांगी। तब तुलसी जी गणेश जी से कहा कि आप भगवान कृष्ण और विष्णु की प्रियमानी जाओगी, लेकिन गणेश पूजा में आप तुलसी अर्पित करना अशुभ माना जाएगा। इसी कारण से भगवान गणेश जी को तुलसी नहीं चढ़ाई जाती है।