घर की इस दिशा में भूल से भी ना बनाएं किचन, वरना खाने को नहीं नसीब होगा अनाज, हल्के में ना लें

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. Religious

घर की इस दिशा में भूल से भी ना बनाएं किचन, वरना खाने को नहीं नसीब होगा अनाज, हल्के में ना लें

pic


वास्तु शास्त्र में किचन घर का मुख्य स्थान होता है। जहां पर रसोई बनाई जाती है, हर वक्त महिलाएं रसोईघर में दिन समय अधिक से अधिक समय किचन में बिताती हैं। रसोई घर में रखी हुई चीजें वस्तु के मुताबिक बहुत महत्वपूर्ण होती है। किचन में रखी चीजों से ही आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। सही दिशा में किचन का बनवाना और चीजों का रखना परिवार के तरक्की एवं स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

वास्तु शास्त्र के मुताबिक अग्निदेव दक्षिण पूर्व दिशा में वास करते हैं, इसलिए हमेशा जब भी घर बनवाए तो किचन दक्षिण पूर्व दिशा की ओर बनानी चाहिए। अगर ऐसा संभव ना हो तो आप उत्तर पश्चिम दिशा में भी किचन बनवा सकते हैं। भूल कर भी आपको उत्तर या उत्तर पूर्व एवं दक्षिण पश्चिम में कीचन नहीं बनवाना है। ऐसा करने से परिवार के सदस्यों की स्वास्थ्य खराब होती है, किचन में वाशबेसिन और स्टोव को एक ही प्लेटफार्म पर नहीं रखना चाहिए।

इस बार वॉशबेसिन पानी और स्टोव आग का काम करते हैं जो एक दूसरे के विपरीत है ऐसे में विपरीत चीजों को एक ही जगह पर नहीं रखना चाहिए। इससे नकारात्मक प्रभाव जीवन में बढ़ता है और सदस्यों के बीच मनमुटाव बढ़ता है। पति पत्नी के संबंध में लड़ाई झगड़ा बढ़ जाता है, किचन में इस्तेमाल करने वाले सभी इलेक्ट्रॉनिक चीजों को दक्षिण दिशा में रखना चाहिए, किचन में गैस स्टोव का मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। वास्तु शास्त्र के मुताबिक वाशबेसिन उत्तर उत्तर पूर्व दिशा में होनी चाहिए इस तरह से अगर आप अपने किचन में छोटे-मोटे वास्तु बदलाव करते हैं या फिर ऐसे ही बनाते हैं तो आपके तरक्की के रास्ते खुलेंगे और घर से दरिद्रता दूर होगी।