काउंटर से टिकट लेने के बाद यदि गुम हो जाए रेलवे टिकट, तो क्या कर पाएंगे यात्रा?

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काउंटर से टिकट लेने के बाद यदि गुम हो जाए रेलवे टिकट, तो क्या कर पाएंगे यात्रा?

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इंडियन रेलवे को लोगों की लाइफ लाइन कहा जाता है। आए दिन लाखों लोग भारतीय रेलवे में सफर करते हैं। बिजनेस क्लास से लेकर गरीब तबके के लोगों तक रेलवे यात्रा के लिए लोगों की पहली पसंद है। आज इस लेख में हम आपको रेलवे से जुड़े एक नियम के बारे में बता रहे है।

यदि आपने रेलवे काउंटर से टिकट लिया हो और आप यात्रा करते दौरान टिकट को घर पर ही भूल आए, तो क्या इस अवस्था में आप ट्रेन में यात्रा कर पाएंगे या नहीं ,जबकि आपके पास टिकट का फोटो और मोबाइल पर रेलवे का मैसेज हो।

इसके बारे मे हम आपको बताएंगे

कुछ दिन पहले की बात है फरीदाबाद की एक फैक्ट्री में नौकरी करने वाले नंद किशोर को बिहार अपने गांव जाना था। उन्होंने नई दिल्ली से पटना जाने के लिए संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस का टिकट खरीदा था। जनरल कोटे का टिकट उपलब्ध नहीं था लेकिन तत्काल में उन्हें कई घंटों लाइन में लगने के बाद टिकट मिल गया।

लेकिन जब नंद किशोर ट्रेन में सवार हो गए तो पता चला कि वह अपना टिकट तो घर पर ही भूल आए है। हालांकि उन्होंने मोबाइल फोन में टिकट का फोटो खींच रखा था साथ ही उनके पास रेलवे से बर्थ और कोच वाला जो मैसेज आया था वह भी उनके मोबाइल में था। ऐसे में सवाल उठता है कि वह ट्रेन में यात्रा कर पाएंगे या नहीं।


क्या इसे मानेंगे वैलिड टिकट?

रेलवे बोर्ड के अधिकारी का कहना है कि यदि किसी यात्री ने काउंटर से टिकट खरीदा है तो उसे हर हाल में उस टिकट को अपने साथ रखना होगा। ऐसे मामले में टिकट का फोटो या रेलवे का एसएमएस नहीं माना जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि काउंटर का टिकट जिसके पास होगा वह इसे रेलवे के किसी खिड़की पर जाकर कैंसिल करा सकता है.

कैंसिल करने के बाद वह रेलवे से पैसे भी ले सकता है। यहां तक की ट्रेन छूटने के आधे घंटे के बाद तक भी इस टिकट को कैंसिल किया जा सकता है।

यदि इस मामले में रेलवे फोटो पर ट्रेवल की अनुमति देता है तो रेलवे को दो तरफा घाटा होता है। एक तरफ तो रेलवे की सीट जाएगी और दूसरी तरफ टिकट कैंसिल करा कर पैसा भी लिया जा सकता है।


जानिए रेलवे का SMS कब होता है वैलिड?

मोबाइल फोन पर भेजे गए सीट और बर्थ नंबर के बारे में जानकारी को वैलिड टिकट माना जा सकता है। इसे साल 2012 में रेलवे की ओर से वैलिड करार दिया गया था। लेकिन इसके साथ कुछ शर्ते हैं। रेलवे अधिकारी का कहना है कि SMS उन्हीं यात्रियों के मामले में वैलिड होगा जिन्होंने आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से टिकट बुक करी हो। जिन्होंने काउंटर से पेपर टिकट लिया है उस मामले में यह वैलिड नहीं होगा।

काउंटर टिकट नहीं है तो हो सकती है यात्रा

यदि किसी पैसेंजर ने काउंटर टिकट कटाया है और यात्रा के दौरान उसे टीटी को नहीं दिखा सकता है तो उस यात्री को कुछ शर्त पूरा करने पर यात्रा की अनुमति दी जा सकती है। पहले तो उसे टीटी के सामने यह प्रूफ करना होगा कि वह वही यात्री है जिसके नाम से टिकट जनरेट हुआ है। दूसरा उसे टिकट का दाम और जुर्माना देना पड़ेगा। यदि टिकट एयर कंडीशन वाले क्लास का होगा तो जीएसटी अलग से भरना होगा।

ऑनलाइन टिकट के मामले में क्या होगा?

ऑनलाइन टिकट लेने के मामले में टिकट लेकर चलने की बाध्यता नहीं है. जब रेलवे में ई-टिकट शुरू किया गया था उस समय की टिकट का प्रिंट आउट लेकर चलना जरुरी था. मतलब कि जो यात्री प्रिंटआउट लेकर नहीं चलते थे उन्हें बेटिकट माना जाता था।

लेकिन जब ममता बनर्जी रेल मंत्री बनी तो इस समस्या पर गौर किया गया इसके बाद ई टिकट लेने वाले के लिए टिकट का प्रिंटआउट लेकर चलने की बाध्यता को खत्म कर दिया गया।