Indian Railways: इन 12 स्टेशनों पर मिलेगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं

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Indian Railways: इन 12 स्टेशनों पर मिलेगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं

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भारतीय रेलवे के यात्रियों के लिए यह खास खबर है। स्टेशन पुनर्विकास परियोजना के तहत विश्व स्तरीय स्टेशन बनाने की पहल की गई है। इसे विकसित करने का काम किया जा रहा है।

इस श्रेणी के लिए पूर्व मध्य रेलवे के कुल 12 स्टेशनों का चयन किया गया है। इन स्टेशनों की खास बात यह सामने आई है कि रेल यात्रियों को सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। अब एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं का अनुभव लेने की दिशा में कदम उठाने की कवायद शुरू हो गई है।

पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि जिन 12 स्टेशनों को शामिल किया गया है. इनमें समस्तीपुर संभाग के दरभंगा, सीतामढ़ी और बापूधाम मोतिहारी के नाम शामिल हैं.

इसी तरह दानापुर संभाग के राजेंद्रनगर और बक्सर का चयन किया गया है. वहीं, सोनपुर संभाग के मुजफ्फरपुर, बेगूसराय व बरौनी, डीडीयू संभाग के गया व पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन और धनबाद संभाग के धनबाद व सिंगरौली का चयन किया गया है.

जिन्हें विकसित किया गया है। इन स्टेशनों के पुनर्विकास की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गया स्टेशन को धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के लिए अंतिम रूपरेखा तैयार होने के बाद टेंडर जारी किया गया है।

गया स्टेशन का पुनर्विकास कार्य लगभग 300 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पूरा किया जाएगा और इसे 2024 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पुनर्विकास कार्य पूरा होने के बाद, यात्रियों को हवाई अड्डे जैसी विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी।

पुनर्विकास के बाद, गया स्टेशन उन्नत यात्री सुविधाओं के साथ प्रौद्योगिकी, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का एक आकर्षक समामेलन होगा। पुनर्विकास के बाद गया स्टेशन पर यात्रियों की सेवा करने की क्षमता तीन गुना बढ़ जाएगी।

इससे पर्यटकों की संख्या तो बढ़ेगी ही साथ ही परोक्ष रूप से रोजगार का भी सृजन होगा, जिससे स्थानीय लोगों को लाभ होगा। स्टेशन पुनर्विकास का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को सुरक्षा, बेहतर अनुभव और विश्व स्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करना है।

स्टेशन को विश्वस्तरीय लुक देते हुए स्टेशन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे और स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा, जहां वेंटिलेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी.

स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट लगाए जाएंगे और प्रत्येक प्लेटफॉर्म पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगाए जाएंगे, ताकि यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने में सुविधा हो. यात्रियों को प्रदान की जाने वाली आवश्यक सुविधाओं में खानपान, वाशरूम, पेयजल, एटीएम, इंटरनेट आदि शामिल होंगे।

इससे विशेष रूप से आम यात्रियों के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिकों को भी लाभ होगा। विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में पुनर्विकास के बाद गया स्टेशन पर रेल यात्रियों के आगमन और प्रस्थान की अलग व्यवस्था के तहत आगमन भवन और प्रस्थान भवन का निर्माण और तीर्थयात्रियों के लिए अलग भवन का निर्माण किया जाएगा.

स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार ऐसे होंगे कि यात्रियों को भीड़ का सामना न करना पड़े। मुख्य स्टेशन भवन के लिए 2.35 गुना और पार्किंग क्षेत्र के लिए वर्तमान की तुलना में 4.9 गुना अधिक जगह उपलब्ध होगी।

इसके साथ ही स्टेशन पर प्रतीक्षालय के लिए अतिरिक्त 6400 वर्गमीटर कॉनकोर्स एरिया, 23 लिफ्ट और 11 एस्केलेटर की सुविधा, मौजूदा 3100 वर्गमीटर प्लेटफॉर्म एरिया और एफओबी का उन्नयन, अतिरिक्त टिकटिंग सुविधा, विकलांगों के अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध होंगी.

साथ ही हरित ऊर्जा के लिए स्टेशन भवन पर सोलर पैनल लगाने, वर्षा जल संचयन की व्यवस्था, जल पुनर्चक्रण संयंत्र, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं अग्निशमन आदि की व्यवस्था की जायेगी.