बंदरों के हमले में फंसी बच्ची को Alexa ने कुत्ते को आवाज़ निकालकर बचाया!

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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बंदरों के हमले में फंसी बच्ची को Alexa ने कुत्ते को आवाज़ निकालकर बचाया!

Alexa Saves Life

Photo Credit: UPUKLive


उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले की आवास विकास कॉलोनी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां 13 साल की निकिता ने अपनी होशियारी और एलेक्सा डिवाइस का सही इस्तेमाल करके न केवल अपनी बल्कि अपनी 15 महीने की भतीजी की जान बचाई, बल्कि बंदरों के झुंड को भी भगा दिया। यह घटना न सिर्फ तकनीक की ताकत को दिखाती है, बल्कि युवाओं की सूझबूझ का भी उदाहरण बन गई है।

घटना का विवरण: बंदरों का हमला और बच्ची की चतुराई

बस्ती के आवास विकास कॉलोनी में निकिता अपनी भतीजी वामिका के साथ पहली मंजिल पर किचन के पास बैठी थी। तभी बंदरों का एक झुंड घर में घुस आया। बंदरों ने किचन में रखे बर्तन, खाने का सामान और अन्य चीजों को इधर-उधर फेंकना शुरू कर दिया। डर के मारे दोनों बच्चियां चुपचाप बैठ गईं, लेकिन बंदरों ने उनकी तरफ भी दौड़ना शुरू कर दिया।

इसी दौरान निकिता की नजर फ्रिज पर रखी एलेक्सा डिवाइस पर पड़ी। उसने तुरंत कहा, "एलेक्सा कुत्ते की आवाज निकालो"। वॉयस कमांड मिलते ही एलेक्सा ने कुत्ते की तरह जोर-जोर से भौंकना शुरू कर दिया। बंदरों ने यह आवाज सुनते ही डर के मारे वहां से भागना शुरू कर दिया। कुछ ही पलों में पूरा झुंड घर से बाहर निकल गया।

परिवार की प्रतिक्रिया: "हमने कभी नहीं सोचा था कि Alexa का ऐसा इस्तेमाल होगा"

घटना के बाद निकिता के चाचा पंकज ओझा ने बताया, "हम लोग उस समय घर के दूसरे कमरों में थे। तभी निकिता ने हमें फोन करके बताया कि बंदरों ने घर में घुसपैठ की है। हम तुरंत वहां पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन तब तक निकिता ने एलेक्सा का सही इस्तेमाल करके बंदरों को भगा दिया।"

उन्होंने आगे कहा, "हमने कभी नहीं सोचा था कि एलेक्सा का इस्तेमाल इस तरह किया जा सकता है। निकिता की सूझबूझ ने हमें हैरान कर दिया। वह हमेशा से ही तकनीक के साथ जुड़ी रही है, और इस बार उसने अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय दिया।"


बंदरों का हमला: क्या था पूरा घटनाक्रम?

घटना के अनुसार, बंदरों का झुंड घर के गेट खुला देखकर अंदर घुस आया। वे किचन में रखे खाने के सामान को फेंकने लगे और बच्चियों की तरफ दौड़ने लगे। निकिता ने बताया, "बंदरों ने हमारी तरफ कई बार दौड़ लगाई। मैंने देखा कि वे हमें डराने की कोशिश कर रहे थे। तभी मेरी नजर एलेक्सा पर पड़ी। मैंने सोचा कि अगर कुत्ते की आवाज निकल जाए, तो बंदर डर जाएंगे।"

एलेक्सा की आवाज सुनते ही बंदरों में अफरा-तफरी मच गई। वे एक-एक करके घर से बाहर निकलने लगे। निकिता ने बताया, "बंदरों की संख्या करीब 5-6 थी। वे बहुत ही बदमाश थे, लेकिन एलेक्सा की आवाज सुनकर वे डर गए।"