चीन का AI धमाका: DeepSeek के बाद अब अलीबाबा भी इस जंग में कूदा

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चीन का AI धमाका: DeepSeek के बाद अब अलीबाबा भी इस जंग में कूदा

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Photo Credit: Alibaba


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में एक नया भूचाल आया है, जिसने पश्चिमी तकनीकी जगत की नींव हिला दी है। चीन की तकनीकी कंपनियों ने अपने नवीनतम AI मॉडल्स से वैश्विक बाजार में हलचल मचा दी है, जिसमें DeepSeek और अलीबाबा का Qwen 2.5 प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।

नई तकनीकी क्रांति का उदय

DeepSeek ने अपने अभिनव AI मॉडल्स से तकनीकी जगत में एक नया अध्याय लिख दिया है। 10 जनवरी को DeepSeek-V3 और 20 जनवरी को R1 मॉडल के लॉन्च ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। इन मॉडल्स की क्षमताओं ने न केवल तकनीकी विशेषज्ञों को चौंकाया, बल्कि अमेरिकी शेयर बाजार में भी हलचल मचा दी।

चीनी दिग्गज अलीबाबा ने लूनर न्यू ईयर के अवसर पर अपना नवीनतम AI मॉडल Qwen 2.5-Max लॉन्च किया। कंपनी का दावा है कि यह मॉडल GPT-4, DeepSeek-V3 और Llama-3.1-405B जैसे प्रमुख AI मॉडल्स से भी बेहतर प्रदर्शन करता है। यह घोषणा अलीबाबा क्लाउड के आधिकारिक वीचैट अकाउंट पर की गई, जिसने तकनीकी जगत में नई बहस छेड़ दी।

चीनी तकनीकी कंपनियों का बढ़ता प्रभाव

ByteDance, जो TikTok की मूल कंपनी है, ने भी इस प्रतिस्पर्धा में कूद पड़ी है। DeepSeek R1 के लॉन्च के मात्र दो दिन बाद, ByteDance ने अपने AI मॉडल को अपडेट कर OpenAI के o1 मॉडल को चुनौती दी। इस प्रकार, चीनी तकनीकी कंपनियों ने एक साथ मिलकर वैश्विक AI बाजार में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है।

प्रतिस्पर्धा का नया दौर

Tencent और Baidu जैसी प्रमुख चीनी कंपनियां भी AI डेवलपर्स को आकर्षित करने की रणनीति पर काम कर रही हैं। यह प्रतिस्पर्धा केवल तकनीकी विकास तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक तकनीकी नेतृत्व के लिए एक महत्वपूर्ण संघर्ष का प्रतीक है।

वैश्विक प्रभाव और भविष्य

इस नई तकनीकी प्रतिस्पर्धा का प्रभाव सिर्फ चीन या अमेरिका तक ही सीमित नहीं है। यह वैश्विक AI परिदृश्य को नया आकार दे रही है। निवेशकों के मन में अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या अमेरिकी AI प्रोजेक्ट्स में किया गया भारी निवेश वास्तव में फायदेमंद साबित होगा।

इस नई तकनीकी प्रतिस्पर्धा ने AI की दुनिया में एक नया मोड़ ला दिया है, जहां पश्चिमी प्रभुत्व को चीनी नवाचार से कड़ी चुनौती मिल रही है। यह प्रतिस्पर्धा निश्चित रूप से AI तकनीक के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी और इसका लाभ अंततः पूरी मानवता को मिलेगा।