हसीन जहां को हर महीने कितना दे रहे हैं शमी? कोर्ट का फैसला था 1.30 लाख, लेकिन हसीन की है इतने लाख डिमांड

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हसीन जहां को हर महीने कितना दे रहे हैं शमी? कोर्ट का फैसला था 1.30 लाख, लेकिन हसीन की है इतने लाख डिमांड

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Photo Credit: UPUKLive


भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और उनकी पूर्व पत्नी हसीन जहां के बीच का विवाद एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। यह कहानी तब शुरू हुई थी जब हसीन जहां ने शमी पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। दोनों के रिश्ते में दरार तब आई जब हसीन ने शमी पर घरेलू हिंसा और बेवफाई जैसे इल्जाम लगाए। इसके बाद यह मामला कोर्ट तक पहुंचा और अब शमी को अपनी पूर्व पत्नी को हर महीने एक निश्चित राशि गुजारा भत्ता देना पड़ता है। यह राशि कितनी है और इसकी कहानी क्या है, यह जानना हर किसी के लिए दिलचस्प है। यह विवाद न सिर्फ खेल जगत में चर्चा का विषय बना, बल्कि आम लोगों के बीच भी इसकी खूब बातें हुईं। आइए, इस मामले को थोड़ा और करीब से समझते हैं और जानते हैं कि शमी को हर महीने कितने रुपये देने पड़ते हैं।

कोर्ट का फैसला और गुजारा भत्ता

हसीन जहां और मोहम्मद शमी का यह मामला कोलकाता की एक अदालत में पहुंचा था। साल 2018 में हसीन ने शमी के खिलाफ केस दर्ज किया था और हर महीने 10 लाख रुपये गुजारा भत्ता देने की मांग की थी। उनकी मांग थी कि इसमें से 7 लाख रुपये उनके अपने खर्चों के लिए हों और 3 लाख रुपये उनकी बेटी की देखभाल के लिए। हसीन का कहना था कि शमी की कमाई बहुत अच्छी है और वह इस राशि को आसानी से दे सकते हैं। दूसरी ओर, शमी के वकील ने इसका विरोध किया और कहा कि हसीन खुद मॉडलिंग से कमाई करती हैं, इसलिए इतनी बड़ी राशि की मांग जायज नहीं है। लंबी सुनवाई के बाद जनवरी 2023 में कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। अदालत ने शमी को हर महीने 1.30 लाख रुपये देने का आदेश दिया। इसमें से 50,000 रुपये हसीन के लिए और 80,000 रुपये उनकी बेटी के लिए तय किए गए।

हसीन जहां की नाराजगी

कोर्ट के इस फैसले के बाद हसीन जहां खुश नहीं थीं। उनका कहना था कि 1.30 लाख रुपये उनके और उनकी बेटी के लिए काफी नहीं हैं। हसीन ने कहा कि शमी की सालाना कमाई करोड़ों में है और इसके हिसाब से उन्हें ज्यादा राशि मिलनी चाहिए थी। उन्होंने यह भी बताया कि वह कोई नौकरी नहीं करतीं और उनकी कोई दूसरी आमदनी नहीं है। हसीन के वकील ने कोर्ट में दावा किया था कि शमी की साल 2020-21 की कमाई 7 करोड़ रुपये से ज्यादा थी। इसके आधार पर 10 लाख रुपये की मांग को सही ठहराया गया था। लेकिन कोर्ट ने उनकी मांग को पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया और 1.30 लाख रुपये पर फैसला सुनाया। हसीन ने इस राशि को कम बताते हुए कहा कि वह इसे हाई कोर्ट में चुनौती देंगी। उनका मानना है कि उन्हें और उनकी बेटी को बेहतर जिंदगी के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत है।

शमी का पक्ष और कोर्ट की सुनवाई

मोहम्मद शमी ने हमेशा हसीन के आरोपों को गलत बताया है। उनका कहना था कि ये सारी बातें उन्हें बदनाम करने की साजिश हैं। शमी ने सोशल मीडिया पर भी अपनी सफाई दी थी और कहा था कि अगर उनके खिलाफ कोई भी इल्जाम साबित हो जाए, तो वह माफी मांगने को तैयार हैं। कोर्ट में शमी के वकील ने दलील दी कि हसीन की मॉडलिंग से होने वाली कमाई को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। उनका कहना था कि हसीन की 10 लाख रुपये की मांग बहुत ज्यादा है और यह शमी की कमाई के हिसाब से ठीक नहीं है। दोनों पक्षों की बातें सुनने के बाद कोर्ट ने बीच का रास्ता निकाला और 1.30 लाख रुपये की राशि तय की। इस फैसले से शमी को कुछ राहत मिली, लेकिन हसीन इससे संतुष्ट नहीं हुईं। यह मामला अभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है, क्योंकि हसीन इसे आगे ले जाने की बात कर रही हैं।

हसीन और शमी की जिंदगी की शुरुआत

हसीन जहां और मोहम्मद शमी की शादी साल 2014 में हुई थी। उस वक्त हसीन एक मॉडल थीं और कोलकाता नाइट राइडर्स की चीयरलीडर के तौर पर भी काम कर चुकी थीं। शादी के बाद हसीन ने अपनी मॉडलिंग छोड़ दी थी। उनका कहना था कि शमी को उनका यह काम पसंद नहीं था, इसलिए उन्होंने अपने सपनों को छोड़ दिया। दोनों की एक बेटी भी है, जो अब हसीन के साथ रहती है। शुरुआत में सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन 2018 में हसीन ने शमी पर घरेलू हिंसा और दूसरी महिलाओं के साथ संबंध रखने के आरोप लगाए। इसके बाद दोनों के रिश्ते में कड़वाहट आ गई और यह मामला कोर्ट तक पहुंच गया। यह विवाद इतना बड़ा हो गया कि शमी की क्रिकेट लाइफ पर भी इसका असर पड़ा था, लेकिन बाद में वह इससे उबर गए।

सोशल मीडिया पर चर्चा

इस कोर्ट के फैसले के बाद सोशल मीडिया पर भी खूब बातें हुईं। कुछ लोग हसीन के पक्ष में बोले और कहा कि शमी की कमाई के हिसाब से उन्हें ज्यादा पैसा मिलना चाहिए था। वहीं, कुछ लोगों ने शमी का समर्थन किया और हसीन के आरोपों को गलत बताया। कई बार हसीन ने सोशल मीडिया पर भी अपनी बात रखी और शमी पर तंज कसे। एक बार उन्होंने भारतीय टीम की जीत पर पोस्ट डालकर शमी पर निशाना साधा था, जिसे लोगों ने खूब देखा। यह मामला न सिर्फ कानूनी लड़ाई बन गया, बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोगों के बीच बहस का विषय बन गया। हर कोई अपनी राय दे रहा था और यह कहानी बार-बार सुर्खियों में आ रही थी।

क्या होगा आगे का रास्ता

हसीन जहां ने साफ कर दिया है कि वह कोर्ट के इस फैसले से खुश नहीं हैं और इसे हाई कोर्ट में ले जाएंगी। उनका कहना है कि 1.30 लाख रुपये उनकी और उनकी बेटी की जरूरतों के लिए काफी नहीं हैं। दूसरी ओर, शमी ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। वह अपनी क्रिकेट पर ध्यान दे रहे हैं और भारतीय टीम के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। यह देखना होगा कि हाई कोर्ट में यह मामला क्या मोड़ लेता है और क्या हसीन को उनकी मांग के मुताबिक ज्यादा गुजारा भत्ता मिल पाता है। यह कहानी अभी खत्म नहीं हुई है और आने वाले दिनों में इसकी और चर्चा होने की उम्मीद है। लोग इस बात पर नजर रखे हुए हैं कि इसका अंत क्या होगा।