IAS Moin Mansoori Success Story: मां ने पाई-पाई जोड़कर पढ़ाया तब छुआ बुलंदी का आसमां
मुरादाबाद। यूपीएससी में क़ामयाबी हांसिल करने वाले मोईन मसूरी (Moin Mansoori) की कहानी युवाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नही है। अपनी क़ामयाबी का ज़िक्र करते हुए मोईन तैयारी के दौरान अपने संघर्ष को याद करते हुए बताते हैं कि कई बार मुश्किलों के दौर से गुज़रना पड़ा क्योंकि उनके पास साधनों का अभाव था लेकिन उनका परिवार व दोस्त उनकी ताक़त बनकर खड़े रहे इसी का नतीजा है कि आज उन्होंने इस मुक़ाम को हांसिल करके क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है।
बता दें कि मोईन ठाकुरद्वारा क्षेत्र के ग्राम जटपुरा के निवासी हैं और वह एक मध्यम परिवार से आते हैं।यूपीएससी मे मोईन के चयन के बाद उनके आवास पर परिवार को बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ हैं वहीं मोईन को मिली इस क़ामयाबी से गांव मे जश्न का माहौल है।
माँ भरती थी पाई-पाई जोड़कर फ़ीस
मोईन बताते हैं कि कई बार ऐसे वक़्त का सामना करना पड़ा जब उनकी माता अपनी पॉकेट मनी से बेटे की फ़ीस भरतीं थीं और बेटे को हर पल जीवन मे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती थीं।साथ ही मोईन अपनी क़ामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता के बाद अपने कोचिंग संस्थान अतिया फाउंडेशन के फाउंडर साहिल सर तथा अपने सीनियर आईएएस 2019 आसिफ़ यूसुफ़ तन्त्रेय का बहुत बड़ा सहयोग मानते हैं।
बड़ी सोच लेकर करियर की तैयारी करें युवा
आईएएस मोईन ने बताया कि वह क्षेत्रीय युवाओं के लिए एक यूट्यूब चैनल की शुरुआत करेंगे,जिसके माध्यम से वह क्षेत्रीय युवाओं का मार्गदर्शन करेंगे,उनका कहना है कि तैयारी के दौरान उन्हें काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा वह चाहते हैं कि क्षेत्रीय युवाओं को उनके सहयोग के चलते मुश्किलों का सामना नही करना पड़ेगा।उन्होंने युवाओं को गुरुमंत्र देते हुए कहा की नोकरी की तैयारी करने वाले युवा बड़ी सोच लेकर आगे बढ़ें क़ामयाबी यक़ीनन हांसिल होगी।