भारतीय वैज्ञानिक ने प्लास्टिक से बनाया सस्ता पेट्रोल, कीमत सिर्फ 40 रुपए प्रति लीटर, जाने कैसे

प्लास्टिक का कचरा हमारी धरती का सबसे बड़ा दुश्मन बन गया है. ये नदियों, समुद्रों और जमीन को प्रदूषित कर रहा है. लेकिन क्या होगा अगर हम आपको बताएं कि इस प्लास्टिक के कचरे से सस्ता पेट्रोल बनाना संभव है? जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना! भारत के एक शानदार वैज्ञानिक ने इस असंभव को संभव कर दिखाया है.
एक भारतीय वैज्ञानिक की अद्भुत खोज
हैदराबाद के रहने वाले प्रोफेसर सतीश कुमार ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जिसके जरिए प्लास्टिक के कचरे को पेट्रोल में बदला जा सकता है. उनकी इस खोज ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है. प्रोफेसर सतीश ने अपनी इस तकनीक को 'प्लास्टिक पैरोलिसिस' नाम दिया है. इस प्रक्रिया में प्लास्टिक को गर्म करके उसमें से तेल निकाला जाता है.
कैसे होता है ये जादू?
प्रोफेसर सतीश बताते हैं कि 500 किलो प्लास्टिक से लगभग 400 लीटर तेल बनाया जा सकता है. सबसे अच्छी बात ये है कि इस पूरी प्रक्रिया में पानी का इस्तेमाल नहीं होता है और न ही कोई हानिकारक पदार्थ निकलता है. ये पूरी प्रक्रिया वैक्यूम सिस्टम पर आधारित है जो पर्यावरण के लिए बिल्कुल सुरक्षित है.
पैसे से ज्यादा मायने रखता है पर्यावरण
प्रोफेसर सतीश का कहना है कि उनका मुख्य उद्देश्य पैसे कमाना नहीं बल्कि पर्यावरण को बचाना है. वे चाहते हैं कि उनकी इस तकनीक का इस्तेमाल करके प्लास्टिक के कचरे से छुटकारा पाया जा सके और हमारे भविष्य को सुरक्षित बनाया जा सके.
एक उम्मीद की किरण
प्रोफेसर सतीश की इस खोज ने हमें एक नई उम्मीद दी है. अब हम प्लास्टिक के कचरे से मुक्ति पाने के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं. आइए हम सब मिलकर इस अभियान में प्रोफेसर सतीश का साथ दें और अपनी धरती को बचाने में योगदान दें.