नरेंद्र मोदी के भाइयों की अनदेखी दुनिया: जानिए क्या करते हैं उनके भाई-बहन!

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नरेंद्र मोदी के भाइयों की अनदेखी दुनिया: जानिए क्या करते हैं उनके भाई-बहन!

PM Modi Family

Photo Credit: UPUKLive


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम सुनते ही देशभर में उनकी राजनीतिक छवि और नेतृत्व क्षमता की चर्चा होती है, लेकिन उनके परिवार के बारे में जानकारी कम ही लोगों को है। मोदी परिवार की कहानी सादगी और संघर्ष से भरी हुई है, जहां उनके भाइयों ने अपने तरीके से जीवन की राह चुनी। आइए जानते हैं पीएम मोदी के चार भाइयों के बारे में वो सब कुछ, जो आपको हैरान कर देगा।

सबसे बड़े भाई सोमभाई मोदी: वृद्धाश्रम के मालिक

प्रधानमंत्री मोदी के सबसे बड़े भाई सोमभाई मोदी गुजरात के वडनगर में एक वृद्धाश्रम चलाते हैं। वडनगर ही मोदी परिवार का पैतृक गांव है, जहां से नरेंद्र मोदी ने अपनी जिंदगी की शुरुआत की थी। सोमभाई ने अपने गांव में बुजुर्गों की सेवा के लिए यह वृद्धाश्रम स्थापित किया है। हालांकि, सोमभाई और नरेंद्र मोदी के बीच कोई खास बातचीत नहीं होती। सोमभाई ने एक इंटरव्यू में कहा था, "मैं नरेंद्र मोदी का भाई हूं, प्रधानमंत्री का नहीं। मैं सवा सौ करोड़ देशवासियों में से एक हूं।" यह बात उनके बीच की दूरी को दर्शाती है।

दूसरे बड़े भाई अमृतभाई मोदी: प्राइवेट कंपनी से रिटायर्ड

अमृतभाई मोदी अहमदाबाद में अपने बेटे संजय, बहू और दो पोतों के साथ रहते हैं। वह एक प्राइवेट कंपनी से रिटायर्ड हो चुके हैं। उनकी जिंदगी सादगी भरी है। अमृतभाई की सैलरी कभी 10,000 रुपये से कम थी, और उनका बेटा संजय घर के पास ही स्पेयर पार्ट्स की एक छोटी सी दुकान चलाता है। परिवार का खर्च इसी दुकान से चलता है। यह परिवार पीएम मोदी से केवल दो बार ही मिला है—एक बार 2003 में और दूसरी बार 2014 में। उनका परिवार कहता है कि वह आज तक प्लेन में नहीं बैठा।

तीसरे भाई प्रह्लादभाई मोदी: राशन की दुकान के मालिक

प्रह्लादभाई मोदी अहमदाबाद में राशन की दुकान चलाते हैं। वह गुजरात राज्य उचित मूल्य स्वामी संघ के अध्यक्ष भी हैं। प्रह्लादभाई ने नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री काल में पीडीएस प्रणाली में पारदर्शिता के लिए उनके अभियान का विरोध किया था। उन्होंने दुकानदारों के साथ हुए 'छापा राज' के खिलाफ सार्वजनिक प्रदर्शन भी किए थे। यह उनके बड़े भाई के साथ उनके रिश्तों में तनाव को दर्शाता है।

सबसे छोटे भाई पंकजभाई मोदी: सूचना विभाग में अफसर

पंकजभाई मोदी गुजरात सूचना विभाग में एक अफसर हैं। वह नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद कई बार उनसे मिल चुके हैं। इसका कारण यह है कि उनकी मां हीराबेन पंकजभाई के साथ ही रहती थीं। पंकजभाई की नौकरी और उनके परिवार की स्थिति सादगी भरी है। उनकी कहानी मोदी परिवार के अन्य सदस्यों से थोड़ी अलग है, क्योंकि वह पीएम मोदी से समय-समय पर मिलते रहते हैं।

मोदी परिवार का पैतृक गांव: वडनगर की कहानी

मोदी परिवार का पैतृक गांव वडनगर गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित है। यहीं पर नरेंद्र मोदी का जन्म हुआ था। उनके पिता दामोदरदास मोदी चाय की दुकान चलाते थे, और नरेंद्र बचपन में उनकी मदद करते थे। वडनगर में आज भी मोदी परिवार की छाप देखी जा सकती है। सोमभाई ने यहीं पर वृद्धाश्रम स्थापित किया है, जो उनके परिवार के मूल्यों को दर्शाता है।