पाकिस्तान की डिजिटल फजीहत: सरकारी ट्विटर हैंडल से 'लोन' की भीख मांगने वाली पोस्ट, विश्व मंच पर हंसी का पात्र

9 मई, 2025 को पाकिस्तान सरकार के आर्थिक मामलों के विभाग (Economic Affairs Division) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ऐसी पोस्ट सामने आई, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया। इस पोस्ट में भारत के साथ तनाव के बीच भारी नुकसान का हवाला देकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से और लोन की मांग की गई थी। कुछ ही घंटों में यह पोस्ट वायरल हो गई, और सोशल मीडिया पर मजाक का विषय बन गई। हालांकि, पाकिस्तान सरकार ने जल्द ही दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हो गया था।
पाकिस्तान सरकार के Economic Affairs Division के ट्विटर हैंडल से सुबह करीब 9 बजे एक पोस्ट की गई, जिसमें लिखा था, “हमें भारत से तनाव के बीच बहुत ज्यादा नुकसान हो गया है, हमें और लोन की जरूरत है।” यह पोस्ट ऐसे समय में आई, जब भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 7 मई को पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर हमले किए थे। पोस्ट में विश्व बिरादरी से आर्थिक मदद की गुहार लगाई गई थी, जिसे देखकर सोशल मीडिया पर हंसी की लहर दौड़ गई। कुछ यूजर्स ने इसे “डिजिटल कटोरा” करार दिया, तो कुछ ने लिखा, “पाकिस्तान की सरकार अब ऑनलाइन भीख मांग रही है।”
हैकिंग का दावा, लेकिन सवाल बरकरार
पोस्ट के वायरल होने और सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाओं के बाद पाकिस्तान सरकार ने सफाई दी कि उनका ट्विटर अकाउंट हैक हो गया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “यह पोस्ट अनधिकृत थी, और हमारे अकाउंट पर साइबर हमला हुआ है।” हालांकि, इस दावे पर कई सवाल उठे। विशेषज्ञों ने पूछा कि अगर अकाउंट हैक हुआ, तो पोस्ट को तुरंत डिलीट क्यों नहीं किया गया? कुछ ने इसे सरकारी लापरवाही का नतीजा बताया, तो कुछ ने माना कि यह आंतरिक असंतोष का परिणाम हो सकता है। यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के सरकारी हैंडल से ऐसी गलती हुई है। 2021 में भी पाकिस्तान की सर्बिया एम्बेसी ने इमरान खान के खिलाफ ट्वीट किया था, जिसे बाद में हैकिंग करार दिया गया।
सोशल मीडिया पर मचा हंगामा
यह पोस्ट सोशल मीडिया पर आग की तरह फैली। भारत में यूजर्स ने इसे “पाकिस्तान की बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना” जैसी टिप्पणियों के साथ शेयर किया। ट्विटर पर #PakistanBegs और #DigitalBeizzati जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। एक यूजर ने लिखा, “पाकिस्तान को पहले आतंकवाद पर कटोरा उठाना चाहिए, लोन पर नहीं।” वहीं, कुछ पाकिस्तानी यूजर्स ने अपनी ही सरकार की इस हरकत पर शर्मिंदगी जताई। इस घटना ने न केवल पाकिस्तान की डिजिटल सुरक्षा पर सवाल उठाए, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति को भी उजागर किया। यह पोस्ट उस समय आई, जब पाकिस्तान पहले से ही IMF और अन्य देशों से लोन के लिए संघर्ष कर रहा है।