Property Rights : किसी के कब्जे से अपनी प्रोपर्टी निकालने के लिए करें इस कानून का प्रयोग

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. Trending

Property Rights : किसी के कब्जे से अपनी प्रोपर्टी निकालने के लिए करें इस कानून का प्रयोग

Property Rights


आम तौर पर लोगों को लगता है कि अगर कोई फर्जी दस्‍तावेजों के जरिये प्रॉपर्टी पर दावा करता है और उस पर कब्‍जा कर लेता है, तो कोर्ट जाकर कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ती है. लेकिन ऐसा नहीं है.

हमारा संविधान और कानून नागरिकों को ऐसे अधिकार देता है, जिसके तहत आप ‘दबंगई’ के जरिये भी अपनी संपत्ति को वापस पा सकते हैं.

आखिर यह किस तरह का कानून है और इसका किस हद तक आप इस्‍तेमाल कर सकते हैं.  दरअसल, भारतीय संविधान हर नागरिक को आत्‍मरक्षा यानी सेल्‍फ डिफेंस (Self Defence) का अधिकार देता है.

संविधान की धारा 96 से लेकर 106 तक में आत्‍मरक्षा के अधिकार के नियम और प्रावधान बताए गए हैं. इसमें साफ कहा गया है कि कोई भी नागरिक अपनी जान और संपत्ति की सुरक्षा का अधिकार रखता है.

यह अधिकार इस कदर आप लागू कर सकते हैं कि अगर कोई जबरदस्‍ती आपको या आपकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है तो आप उसकी जान तक ले सकते हैं.

अमूमन कोर्ट के जरिये इस विवाद को सुलझाया जा सकता है, लेकिन इसमें लंबा समय लेगा. वहीं, आप सक्षम हैं तो कानून आपको बल प्रयोग के जरिये भी अपनी संपत्ति पाने का अधिकार देता है.

अगर आप संपत्ति की सुरक्षा के लिए बल प्रयोग करते हैं तो सामने वाली जान तक ले सकते हैं. यानी आप ताकत के जरिये आपनी संपत्ति को किसी के कब्‍जे से छुड़ा सकते हैं.

हालांकि आपको ऐसे विवाद से बचना चाहिए और किसी की जान लेने के बारे में कतई नहीं सोचना चाहिए. इसकी बड़ी वजह ये है कि फिर विवाद और ज्यादा बढ़ सकता है और कुछ भी हो सकता है.
 
कैसे काम करता है यह कानून

इस कानून के तहत अगर किसी ने आपकी संपत्ति पर कब्‍जा करके उस पर कोई निर्माण कार्य कर लिया है. साथ ही उसमें अपना सामान लाकर भी रख लिया है.

तो यह कानून आपको वापस अपनी संपत्ति पाने के लिए बल प्रयोग करने की इजाजत देता है. आप न सिर्फ उसकी संपत्ति

को गिराकर यानी ढहाकर उस पर दोबारा कब्‍जा कर सकते हैं, बल्कि उसका सामान भी अपनी संपत्ति से निकालकर बाहर फेंक सकते हैं.

कानून भी लेगा आपका पक्ष

अमूमन किसी की संपत्ति या निर्माण को गिराने पर कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ता है, लेकिन आत्‍मरक्षा के अधिकार के कानून का संरक्षण अगर आपको प्राप्‍त होता है.

तो ऐसे मामलों में आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकती है. इतना ही नहीं अगर दूसरा पक्ष आपके खिलाफ कोर्ट में या पुलिस में शिकायत करता है तो वहां भी आपके पक्ष में ही सुनवाई की जाएगी.